- अंतरिक्ष स्टार्टअप कंपनी वेस्टास्पेश टैक्नालाजी भारत में 2021 तक 5जी नेटवर्क चालू करना चाहती है
- कंपनी सितंबर से 35 से अधिक उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजना शुरू करेगी
- नई पीढी के उपग्रह का शुरुआती संस्करण सितंबर 2020 में छोड़ने की योजना है
नई दिल्ली : अंतरिक्ष स्टार्टअप कंपनी वेस्टास्पेश टैक्नालाजी ने मंगलवार को कहा कि वह देश में 5G सेवाओं के लिए सितंबर से 35 से अधिक उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजना शुरू करेगी। कंपनी 2021 तक इस नई पीढी का नेटवर्क चालू करना चाहती है। वेस्टास्पेश टैक्नालाजीज के संस्थापक एवं सीईओ अरुण कुमार सुरेबन ने कहा कि नई पीढी के उपग्रह का शुरुआती संस्करण सितंबर 2020 में छोड़ने की योजना है। इसके साथ ही 2021 की शुरुआत में पूरी तरह से परिचालन वाले उपग्रहों को अंतरिक्ष की निचली कक्षा अथवा मू-समकालिक भूमध्य रेखीय कक्षा में स्थापित किया जाएगा।
5G फोन को सीधे उपग्रह से प्राप्त होंगे सिगनल
सुरेबल ने कहा कि 5G सेवाओं के देशभर में कवरेज सुनिश्चित करने के लिए हम 35 से अधिक उपग्रहों को अंतरिक्ष में छोड़ने जा रहे हैं। इसके जरिए हम फाइबर नेटवर्क का विकल्प भी उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं। किसी भी 5G फोन को सीधे उपग्रह से सिगनल प्राप्त होंगे। हमें 2021 की शुरुआत में ही परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि कंपनी 5जी परिचालन के लिए 28 गीगाहट्र्ज बैंड के स्पेक्टूम के लिए दूरसंचार विभाग से बातचीत कर रही है। वेस्टास्पेश के नवोन्मेषी समाधान को देश और दुनिया में पहुंचाने के लिये वेस्टास्पेश को अमेरिका स्थित नेक्स्ट केपिटल एलएलसी से एक करोड़ रुपए का वित्तपोषण प्राप्त हुआ है। यह अमेरिका की निवेश और सलाहकार कंपनी है।