- औरंगाबाद के 7वीं कक्षा के छात्र ने बनाया बड़े काम का रोबोट
- स्वस्थ और संक्रमित लोगों के बीच संपर्क से कर सकता है बचाव
- डॉक्टरों को कोविड-19 के संभावित संक्रमण से बचाने में हो सकता है इस्तेमाल
औरंगाबाद (महाराष्ट्र): सातवीं कक्षा के छात्र साई सुरेश रंगदल ने औरंगाबाद में 'शौर्य' नाम का एक रोबोट तैयार किया है, जो मरीजों को दवा और भोजन देने के काम आ सकता है। एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'रोबोट बैटरी से संचालित होता है और इसे स्मार्टफोन से नियंत्रित किया जा सकता है। यह 1 किलोग्राम तक वजन वाली चीजों को ले जा सकता है।'
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार छात्र ने बताया, 'इस रोबोट को डिजाइन करने के पीछे का उद्देश्य कोरोनो वायरस रोगियों के साथ मेडिकल स्टाफ के शारीरिक संपर्क को कम करना है ताकि कोविड-19 वायरस से उनका संपर्क कम किया जा सके।
बड़े काम का रोबोट: छात्र ने बताया कि यह रोबोट आगे, पीछे मुड़ने के साथ 360 डिग्री दाएं और बाएं घूम सकता है। साई के पिता, सुरेश ने एएनआई को बताया कि उनके बेटे को बचपन से ही गैजेट्स और इलेक्ट्रॉनिक्स में रुचि है।
क्या बोले छात्र के पिता: बेटे की रुचि के बारे में बात करते हुए पिता ने कहा, 'चार या पांच साल की उम्र से हमने उसे उनके जन्मदिन पर इलेक्ट्रॉनिक सामान ही गिफ्ट किया। हमने गैजेट्स और अन्य सामान खरीदे, जो इस रोबोट को विकसित करने के लिए इस्तेमाल किए गए। लॉकडाउन के बीच हमें कुछ चीजें नहीं मिलीं, इसलिए वह बहुत परेशान हो गया। उसने स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए कुछ करने का फैसला किया जिन पर महामारी का सबसे ज्यादा खतरा है।
सुरेश ने कहा कि कुछ चीजों की अनुपलब्धता के कारण, साई ने इस रोबोट को विकसित करने के लिए पुराने गैजेट्स का उपयोग किया।
मणिपुर के लड़के ने बना दिया आयरन मैन जैसा सूट:
इससे पहले इसी तरह की एक खबर उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर से सामने आई थी। यहां एक युवा को आयरन मैन फिल्म देखकर वैसा ही सूट बनाने का जुनून सवार हुआ और उसने इलेक्ट्रॉनिक कचरे के हिस्सों को इकट्ठा कर वैसा ही दिखने वाला सूट तैयार भी कर दिया।