पुडुचेरी : कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है तो डॉक्टर्स किसी योद्धा की तरह उससे मुकाबले में दिन-रात एक किए हुए हैं। कोरोना महामारी के खिलाफ जुटे स्वास्थ्यकर्मी तमाम खतरों के बावजूद ड्यूटी पर डटे हुए हैं। वे कई दिनों तक घर नहीं जा पाते तो संक्रमण के खतरे की आशंका में वे अपनों को गले लगाने से भी डरते हैं। मरीजों की देखभाल करते हुए उन्हें भी इस घातक संक्रमण की चपेट में आने का खतरा है, पर हर जोखिम के बावजूद वे लोगों की जान बचाने के लिए हर पल जुटे हैं, जिसके लिए हर कोई उनका शुक्रगुजार है।
डॉक्टर के पैरों में गिर पड़े विधायक
स्वास्थ्यकर्मियों की इसी सेवा के लिए केरल के पुडुचेरी में एक विधायक ने अनूठे अंदाज में उनका शुक्रिया अदा किया। 'कोरोना वॉरियर्स' का आभार जताते हुए विधायक एक डॉक्टर के पैरों पर जा गिरे, जिसके बाद डॉक्टर भी थोड़ी देर के लिए सकते में नजर आए। विधायक के ऐसा करते ही उन्होंने अपने पांव पीछे खींच लिए। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें विधायक को डॉक्टर के पैरों पर गिरते देखा देखा जा सकता है। ये विधायक कांग्रेस पार्टी से निर्वाचित टी जेमूर्ति हैं, जो अरियनकुप्पम से एमएलए हैं।
डॉक्टर ने भी जोड़े हाथ
बताया जाता है कि कांग्रेस विधायक यहां अस्पताल में हालात का जायजा लेने पहुंचे थे। वह जैसे ही रिसेप्शन के पास पहुंचे, उन्हें पीपीई किट पहने एक डॉक्टर दिखे, जिसके बाद वह उनके पैरों में झुक गए और हाथ जोड़ लिया। एक बार शुक्रिया कहने के बाद विधायक फिर डॉक्टर के पैरों की तरफ नीचे झुके और उन्हें हाथ जोड़कर धन्यवाद कहा। यह देखकर पहले तो डॉक्टर सकते में आ गए और फिर उन्होंने भी हाथ जोड़ लिए।
कोरोना से जंग में जुटे 'योद्धा'
यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना से जंग में हालांकि स्वास्थ्यकर्मी सबसे आगे खड़े होकर 'योद्धा' की भांति दिन-रात काम कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोगों ने उनके साथ बदसलूकी की है। देश में कई जगह से स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बदसलूकी की खबरें आईं, जिसे देखते हुए अब सरकार ने साफ कर दिया है कि इस तरत की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
सरकार ने लाया अध्यादेश
इस संबंध में एक अध्यादेश भी लाया गया है, जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले हिंसक कृत्यों में सहयोग करने पर तीन महीने से पांच साल तक की कैद और 50 हजार से लेकर दो लाख रुपये तक के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। किसी स्वास्थ्यकर्मी को गंभीर चोट पहुंचाने पर दोषी को छह माह से लेकर सात साल तक कैद की सजा भी हो सकती है और एक लाख से लेकर 5 लाख रुपये तक जुर्माना लग सकता है।