नई दिल्ली: कोरोना वायरस से जंग में स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी असली हीरो बनकर सामने आए हैं। स्वास्थ्यकर्मी जहां अस्पतालों में मोर्चा संभाले हुए हैं वहीं पुलिसकर्मी सड़कों पर जी जान से जुटे हुए हैं। अपनी सख्तियों के लिए मशहूर पुलिस लोगों का खास अंदाज में ख्याल रख रही है। ऐसा ही एक मामला गुजरात में सामने आया है जहा पुलिस ने मां-बाप की गैरमौजूदगी में उनके बच्चे का पहला जन्मदिन मनाया। बच्चे के मां-बाप डॉक्टर हैं और दोनों अस्पताल में कोरोना ड्यूटी पर हैं। मां-बाप ने अपने फर्ज को बढ़कर समझा और बच्चे का जन्मदिन मनाने नहीं गए। इसके बाद पुलिस ने जो किया उसने लोगों का दिल जीत लिया।
बच्चा फिलहाल नाना के पास रहता है
अहमदाबाद मिरर की रिपोर्ट अनुसार, राजकोट के पड्डाधरी टाउन में पोस्टेड डॉक्टर अल्पेश मकवाना और भुज सिविल अस्पताल में पोस्टेड उनकी पत्नी डॉक्टर ख्याति ने गुरुवार को अपने एक साल के बेटे उर्विक के जन्मदिन पर ड्यूटी करने का फैसला किया। ख्याति ने कहा, 'मैं भुज में पोस्टे हूं जबकि मेरे पति राजकोट में पोस्टे हैं। हमारा बेटा मेरे पिता के साथ जामनगर में रहता है क्योंकि हम दोनों कोविड -19 ड्यूटी पर हैं। हम उर्विक के पहले जन्मदिन का इंतजार कर रहे थे, लेकिन संकट के समय में हमाने ड्यूटी करने का निर्णय किया।'
उन्होंने कहा, 'हम दोनों कोविड -19 मरीजों के संपर्क में हैं तो ऐसे में हम अपने बेटे के पास जाकर उसे खतरे में डालना नहीं चाहते थे। मेरे पति ने अपनी दुविधा को जामनगर के असिस्टेंट पुसुपरिटेंडेंट सफीन हसन के साथ साझा किया।' हसन ने फिर हमारे बच्चे के के लिए एक सरप्राइज प्लान किया। उन्होंने उर्विक के लिए एक केक और खिलौनों की व्यवस्था की और गुरुवार शाम को पांच अन्य पुलिसकर्मियों के साथ डॉक्टर ख्याति के पिता डॉक्टर सीएम पंचासरा के घर पर पहुंच गए।
गुजरात में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीज
गुजरात में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। गुजरात में कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़कर करीब आठ हजार तक हो गई है। वहीं, इस संक्रमण के चलते मरने वालों की संख्या 470 के पार जा चुकी है। राज्य में अब तक दो हजार से अधिक मरीज स्वस्थ हो हो गए हैं। गुजरात में कोरोना से मचे हाहाकार के बीच एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया और शनिवार को अहमदाबाद पहुंच गए। उन्होंने अहमदाबाद सिविल अस्पताल और एसवीपी अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने डॉक्टरों को इलाज के टिप्स बताए। गौरतलब है कि स्थिति बिगड़ते देख केंद्र ने एम्स के निदेशक को गुजरात भेजा। उनके साथ विशेषज्ञों की एक टीम भी है।