लाइव टीवी

किसानों के समर्थन में लग्‍जरी कार छोड़ ट्रैक्‍टर से शादी करने पहुंचा दूल्‍हा, वायरल हुई तस्‍वीरें

Updated Dec 05, 2020 | 21:24 IST

Viral photos: दिल्‍ली में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन के लिए हरियाणा में एक दूल्‍हे ने अनूठा तरीका अपनाया। वह अपनी लग्जरी कार छोड़ ट्रैक्‍टर से शादी करने पहुंचे।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspANI
किसानों के समर्थन में लग्‍जरी कार छोड़ ट्रैक्‍टर से शादी करने पहुंचा दूल्‍हा, वायरल हुई तस्‍वीरें

करनाल : केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के किसान आंदोलन कर रहे हैं, जिन्‍हें देशभर से समर्थन मिल रहा है। किसानों के समर्थन में देशभर से लोग दिल्‍ली पहुंचे हुए हैं तो विभिन्‍न संगठन और लोग अपनी-अपनी जगह पर रहते हुए ही किसानों के प्रति समर्थन जता रहे हैं। हरियाणा के करनाल में शादी करने जा रहे दूल्‍हे ने भी किसानों के समर्थन का फैसला लिया और इसके लिए अनूठा तरीका अपनाया।

दूल्‍हा अपनी लग्‍जरी कार छोड़ ट्रैक्‍टर से उस जगह पहुंचा, जहां विवाह कार्यक्रम आयोजित किया गया। किसानों के प्रति समर्थन जताते हुए दूल्‍हे ने कहा कि भले ही वे अब शहरों में रह रहे हैं, लेकिन उनकी जड़ें अब भी खेती-बाड़ी से जुड़ी हुई हैं। इतना ही नहीं, दूल्‍हे के परिवार ने इस शादी समारोह को जितना संभव हो सके, साधारण रखने का प्रयास किया, ताकि इससे बचने वाले पैसों को वे किसानों के लिए लंगर चलाने वाले गुरुद्वारों को डोनेट कर सकें।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्‍वीरें

किसानों के समर्थन के लिए यह तरीका अपनाने वाले दूल्‍हे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिनका कहना है कि किसानों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। लोग किसानों के साथ इस तरह से एकजुटता दिखाने के लिए जहां दूल्‍हे की सराहना कर रहे हैं, वहीं शादी समारोह को साधारण रखते हुए पैसे किसानों के लिए लंगर चलाने वाले गुरुद्वारोंर को दान करने के उसके परिवार के फैसले की भी प्रशंसा कर रहे हैं और इसे एक बड़ी सीख बता रहे हैं।

यहां उल्‍लेखनीय है कि पंजाब व हरियाणा के हजारों किसान कड़ाके की ठंड के बावजूद अपनी मांगों को लेकर दिल्‍ली में डटे हुए हैं। वे कृषि कानूनों को किसान विरोधी करार देते हुए इन्‍हें वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं। किसानों के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच शनिवार को पांचवें दौर की बातचीत हुई। हालांकि इसमें भी कोई नतीजा नहीं निकल सका और अब 9 दिसंबर को बातचीत पर सहमति बनी है। किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान भी किया है।