- मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बात करना बहुत जरूरी है।
- परिवार के साथ-साथ अपने प्रियजनों को बताएं कि वह हर वक्त उनके साथ हैं।
- मानसिक स्वास्थ्य पर इन इंस्पिरेशनल कोट्स को शेयर करें।
कोरोना महामारी से दुनिया के कई देश प्रभावित हुए हैं। इस संक्रमण के आने के बाद लोगों की जिंदगी मानो रुक सी गई है। इसके साथ ही यह मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव भी डाल रहा है। इन दिनों मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बात करना बहुत जरूरी है। बता दें कि लॉकडाउन की वजह से पूरी दुनिया न केवल वायरस से जूझ रही है, बल्कि अकेलेपन और एकांत का भी सामना कर रही है। ऐसे मुश्किल हालात में खुद को नेगेटिव विचारों से दूर रखना काफी मुश्किल है। लेकिन इस बात को समझना होगा कि हालात चाहे कितने भी मुश्किल क्यों न हो हमें अपने दिमाग को शांत रखना है।
कई बार ऐसा होता है जब किसी व्यक्ति की मनोदशा को समझ नहीं पाते। आते-जाते हम उनसे बात करते हैं, लेकिन इस बारे में हमें भनक तक नहीं होती कि वह किसी मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं। बता दें कि डिप्रेशन या फिर अकेलेपन से आहत होकर हमारे शरीर में ऐसे कई लक्षण नजर आते हैं, लेकिन उन्हें समझना हमारे लिए मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा, हमारे समाज में ऐसे बहुत से लोग हैं जो मानसिक बीमारी को छुपाते हैं, जिसकी वजह से दूसरा व्यक्ति मौन हो जाता है और बाद में आत्महत्या कर लेता है। ऐसे में हमें किसी भी परेशानी, डिप्रेशन या फिर मानसिक परेशानी से पीड़ित लोगों की ओर मदद के लिए हाथ बढ़ाना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य पर बात करने के लिए समय की जरूरत होती है। इसलिए लोगों को एकदूसरे से जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित करें, उन्हें प्यार दें और उनकी देखभाल करें। परिवार और दोस्तों का हर वक्त साथ दें और उन्हें महसूस कराएं कि वह हमेशा आपके साथ हैं। ऐसे में आज पहला कदम उठाएं और अपने प्रियजनों के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर इन इंस्पिरेशनल कोट्स को शेयर करें।
- तुम यहां बस कुछ ही वक्त के लिए हो। जल्दबाजी मत करो, चिंता मत करो और ये पक्का करो कि तुम रास्ते में आने वाले फूलों को महकते हो।
- जिन्दगी चाहे जितनी कठिन लगे, हमेशा कुछ न कुछ होता है जो आप कर सकते हैं और जिसमे सफल हो सकते हैं।
- सबसे जरूरी चीज है अपने जीवन का आनंद लेना – खुश रहना – बस यही मायने रखता है।
- आपका दिमाग अधिकतर प्रश्नों के उत्तर दे देगा यदि आप विश्राम करना और उत्तर की प्रतीक्षा करना सीख लें।
- आपको हमेशा प्लान की ज़रुरत नही होती। कभी-कभी आपको बस सांसे लेना होता है, विश्वास करना होता है, जाने देना होता है और देखना होता है कि क्या होता है।
- यदि आप जीवन की चिंताओं से जीतना चाहते हैं तो, इस क्षण में जिएं, इस सांस में जियें।
- कुछ ना करने, बस यूंही चलते रहने, उन सभी चीजों को ध्यान से सुनने जिन्हें आप सुन नहीं सकते, और चिंता ना करने के महत्व को कम ना आंकें।
- जब मेरे मरने का वक़्त होगा तो वो मैं होऊंगा जो मरेगा, इसलिए मुझे मेरी ज़िन्दगी उस तरह से जीने दो जैसे मैं जीना चाहता हूं।
- हमारे पीछे क्या है और हमारे आगे क्या है ये उसकी तुलना में बहुत छोटी चीजें हैं कि हमारे भीतर क्या है।
- हम इसकी चिंता क्यों करें कि दूसरे हमारे बारे में क्या सोचते हैं, क्या हमें अपने से अधिक उनके विचारों में यकीन है।