- 11 साल पहले लापता हुई थी युवती, अब पता चला कि पड़ोस में ही रहती थी प्रेमी के घर में
- एक बंद कमरे में 11 साल तक रही सचिता! किसी को नहीं हुआ शक
- काफी खोजबीन के बाद घरवालों ने छोड़ दी थी सजिता को पाने की उम्मीद
नई दिल्ली: केरल के पलक्कड़ जिले के अयालुर गांव से 11 साल पहले एक लड़की अचानक लापता हो गई। इसके बाद घरवालों ने उसे तमाम जगहों पर खोजा लेकिन वह कहीं नहीं मिली। थक हारकर घरवालों ने उसके मिलने की उम्मीद ही छोड़ दी। लेकिन एक फिल्मी कहानी की तरह इस रियल स्टोरी में भी मोड़ आया है और एक दिन पता चला कि 18 साल की जो युवती 11 वर्ष पहले लापता हो गई थी वह अपने माता-पिता के घर से महज 500 मीटर की दूरी पर रह रही है। गायब युवती पिछले एक दशक से उस आदमी के साथ एक कमरे में रह रही है जिससे वह प्यार करती थी।
2010 में अचानक भाग गई थी सजिता
सजिता, जिसके परिवार ने उसे पाने की उम्मीद छोड़ दी थी। सजिता फरवरी 2010 की एक रात को अपने घर से भाग गई और बगल में रहने वाले प्रेमी रहमान के घर जाकर रहने लगी। इस दौरान पुलिस ने भी सजिता की हर जगह तलाश की लेकिन वह नहीं मिली। सजिता के पास कोई मोबाइल फोन नहीं था। प्रेमी और सजिता दोनों अलग-अलग धर्मों के थे तो वह छुप गई। पुलिस और परिवार को भी प्रेमी रहमान पर कभी शक नहीं हुआ क्योंकि वह हर रोज की तरह अपनी दिनचर्या में व्यस्त रहता था।
एक बंद कमरे में 11 साल
रहमान के भाई बशीर ने बताया कि बशीर ने कहा कि रहमान, जो एक हाउस पेंटर के रूप में काम करता है वह एक अलग कमरे में रहता था जिसे हमेशा बंद रखता था और कभी किसी को अंदर नहीं जाने देता था। चूंकि रहमान गर्म स्वभाव का था इसलिए कोई वहां जाने की सोचता भी नहीं था। रहमान के माता-पिता, जो दैनिक मजदूरी करते हैं वो भी बेटे के अजीब व्यवहार से परेशान रहते थे। बशीर ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “कभी-कभी वह मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति की तरह व्यवहार करता था, अगर कोई उसके कमरे में घुसने की कोशिश करता तो वह हिंसक हो जाता। वह अपना खाना खाने के लिए भी ले जाता था... दिन के समय, जब सभी काम पर थे, रहमान और सजिता के लिए घर पर होता था।"
रात को शौचालय के लिए बाहर निकलती थी सचिता
बशीर ने के मुताबिक, रहमान ने सजिता से कहा था कि सजिता अपने धुले हुए कपड़े भी कमरे के अंदर सुखाएगी। बशीर ने बताया कि हाल ही में, परिवार ने रहमान के लिए दुल्हन की तलाश शुरू कर दी और जब उसने कोई आपत्ति नहीं की, लेकिन वह इस मुद्दे को टालता रहा।रहमान के माता-पिता के पड़ोसी अयालुर पंचायत सदस्य पुष्पकरण ने कहा, 'हमेशा चुपचाप रहता था लोगों को लगता था कि उसे मानसिक दिक्कतें हैं। उसने अपने कमरे की खिड़की से कुछ सलाखों को हटा दिया था क्योंकि अटैच बाथरूम नहीं था इसलिए सजिता रात में खिड़की से बाहर निकलती थी।' सजिता इयरफोन का इस्तेमाल करते हुए टीवी देखती थी। गांव के सभी लोगों को लगा था कि सजिता किसी के साथ तमिलनाडु भाग गई होगी।
ऐसे हुआ खुलासा
यह साफ नहीं है कि आखिर तीन महीने पहले सजिता ने घर क्यों छोड़ा। उसी दिन, रहमान ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ झगड़ा किया और बाहर निकल गया। इसके बाद दोनों दूसरे गांव में रहने लगे। संयोग से रहमान के भाई ने सजिता और रहमान को देख लिया जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। रहमान ने अदालत को बताया कि वह सजिता पर अपने परिवार के विरोध से डरता है। वहीं सजिता ने भी कहा कि वह रहमान के साथ रहना चाहती है जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें साथ रहने की अनुमति दे दी।