- पाकिस्तान में कोरोना के मामले 1 लाख 44 हजार से ज्यादा हैं
- पाकिस्तान में कोरोना से 2700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है
- कोरोना के खिलाफ कुप्रबंधन को लेकर प्रधानमंत्री इमरान खान निशाने पर हैं
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की दहशत दुनियाभर में फैली हुई है। अभी तक इसका इलाज संभव नहीं हो पाया है। लेकिन हम देखते हैं कि बीच-बीच में कई लोग इससे बचने के उपाय बताते हैं। इसी क्रम में पाकिस्तान के नेता फजल-उर-रहमान ने कोरोना वायरस के लेकर अजीबो-गरीब दावा किया है। उनका ये बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। दरअसल, उन्होंने कहा है कि जब हम सोते हैं तो वायरस सो जाता है और जब मरते हैं तो वायरस मर जाता है।
उन्होंने कहा कि खुद डॉक्टर हमें कहते हैं कि आप नींद ज्यादा करें, जितना आप सोएंगे, आपका वायरस सो रहा होगा, वो आपको नुकसान नहीं पहुंचाएगा। इसलिए जब वो सोने के साथ सो जाता है तो मरने के साथ मर भी जाता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने टिप्पणी कि लाशें परिवारों को नहीं सौंपी जाती हैं। मुझे दुनिया भर से एक व्यक्ति का एक उदाहरण दें जो मृत शरीर से कोरोनो वायरस से संक्रमित हुआ हो।
ट्विटर पर लोगों ने लिए मजे
रहमान के इस बयान के बाद लोग ट्विटर पर खूब मजे ले रहे हैं। एक ने लिखा, जब ये बोलता है तो वायरस भी बोलता है। एक ने लिखा, क्या वायरस भी तब नाचता है, जब ये डांस करता है? एक यूजर ने लिखा कि फिर तो लॉकडाउन की नहीं स्लीपडाउन की जरूरत है। जबकि एक ने लिखा कि इसे सुनकर कोरोना अपनी मौत मर जाएगा।
कौन है मौलाना फजल-उर-रहमान
कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ कुप्रबंधन के लिए मौलाना फजल-उर-रहमान ने प्रधानमंत्री इमरान खान पर खूब हमला किया। फजल-उर-रहमान जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (F) (JUI-F) और इस्लामिक स्कॉलर्स की असेंबली का अध्यक्ष है। रहमान 1988 से मई 2018 तक नेशनल असेंबली का सदस्य था और 2004 से 2007 तक विपक्ष के नेता के रूप में काम किया।
पिछले साल फजल-उर-रहमान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे की मांग करने वाले 'आजादी मार्च' का नेतृत्व किया। 'आजादी मार्च' कहे जा रहे इस प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने खान पर 2018 के आम चुनावों में 'धांधली' करने का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफा मांगा था।