- जोरदार धमाके के साथ इतिहास बन गए Twin Towers
- गिराने के लिए 3700 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक का इस्तेमाल
- 300 करोड़ रुपये खर्च कर बनाए गए थे नोएडा के ट्विन टावर्स
Twin Tower Demolition: नोएडा के ट्विन टॉवर्स आज यानी 28 अगस्त की दोपहर 2.30 बजे इतिहास बन गए। इन टॉवरों को 3700 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक का इस्तेमाल कर ढहा दिया गया। दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर 93ए में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी के अंदर साल 2009 में ‘एपेक्स’ (32 मंजिल) और ‘सियान’ (29 मंजिल) नाम के इन दो टावर्स को बनाया गया था, जो आज ताश के पत्तों की तरह ढहा दिए गए।
ट्विन टावर्स नहीं है सबसे ऊंची बिल्डिंग
इस टावर्स को बनाने में 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च आया था। जिसकी वर्तमान में कीमत 700-800 करोड़ रुपये बताई जा रही थी। ट्विन टॉवर्स को गिराने के बाद 80000 टन मलबा निकला है। जिसका निस्तारण करने में तीन महीने से ज्यादा का समय लगेगा। जिस-जिसने भी ट्विन टावर्स गिरने का मंजर देखा, उसके होश उड़ गए। इसके बाद भी आपको एक हैरान करने वाली बात बताते हैं।
अबू धाबी का मीना प्लाजा
अगर आप सोच रहे हैं कि ट्विन टावर दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग है, जिसे विस्फोटकों की मदद से गिराया गया है तो आप गलत है। आपको जानकर हैरानी होगी कि आज से लगभग दो साल पहले अबू धाबी में एक बिल्डिंग को विस्फोटकों की मदद से ढहाया गया था। जब पूरी दुनिया कोविड से लड़ रही थी, उस समय संयुक्त अरब अमीरात में एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) बना था। देखें वीडियो-
27 नंवबर 2020 को विस्फोटक से दुनिया की सबसे ऊंची इमारत गिराई गई थी। अबू धाबी स्थित मीना प्लाजा (Meena Plaza) नाम के इस इमारत की ऊंचाई 541.44 फीट की थी, जिसे विस्फोटक लगाकर जमींदोज कर दिया गया था। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने अपने ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर इसका एक वीडियो भी पोस्ट किया था। इस वीडियो को देखकर आप अंदर तक हिल जाएंंगे।