अटलजी की हर अदा की दीवानी थी भारत की जनता, यही कारण है कि जब अटल जी ने अपनी पहली सरकार बनने के बाद इस्तीफा दिया हो या फिर ये कहा हो कि मैं जी भर जिया मैं मन से मरूं...अटल जी को मीठे से बहुत प्यार था लेकिन स्वास्थ्य कारणों से उन्हें मीठा खाने की मनाही थी।
एक बार एक फंक्शन में वो मीठे की तरफ ना बढ़ सकें इसके लिए उनका ध्यान भटकाने के लिए अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को तैनात किया गया और जितनी देर अटलजी उलझे रहे उसी बीच उनके सहयोगियों ने गुलाबजामुन ही वहां टेबल से हटवा दिए।
अटल बिहारी वाजपेयी, भारतीय राजनीति का वो नाम जिसे सदियों तक याद किया जाता रहेगा, अटल बिहारी वाजपेयी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे ये बात भी किसी से छुपी नहीं है, मंच पर जब भी वो कभी नजर आए तो सामने उनको सुनने वालों का तांता लग जाया करता, अटल जी को करीब से जानने वाले और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनके भाषणों से ज्यादा लोग उनके पॉज़ के दीवाने थे।
यानी बोलते वक्त जो वो बीच बीच में रुका करते, वाणी और शब्दों को लेकर अटल जी की साधना ही उन्हें भारतीय राजनीति के दिग्गजों में अलग स्थान देती है। गौर हो कि अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को हुआ था। भारतीय जनता पार्टी को कामयाबी के शिखर पर ले जाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। नब्बे के दशक में वह पार्टी का मुख्य चेहरा बनकर उभरे और केंद्र में पहली बार भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनी। प्रधानमंत्री के तौर पर वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान देश में उदारीकरण को बढ़ावा मिला और बुनियादी ढांचे तथा विकास को गति मिली।