- सौर ऊर्जा के जरिए इलेक्ट्रिक राजमार्गों के विकास पर हो रहा है काम
- 'सरकार देश की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को बिजली चालित बनाना चाहती है'
- केंद्र टोल प्लाजा को सौर ऊर्जा से चलाने को भी प्रोत्साहित कर रहा- गडकरी
e-Highway in India: महंगाई की मार के बीच तेल (पेट्रोल और डीजल) के आसमान छूते दाम आम आदमी की जेब पर एक तरह से बड़ा फर्क डालते हैं। पर आने वाले समय में आपकी गाड़ी सूरज की रोशनी से चले तो? सुन कर आश्चर्य में पड़ गए न...वैसे, ऐसा सच हो सकता है। दरअसल, केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि भारत सरकार अब इलेक्ट्रिक हाईवे (e-Highway) बनाने की योजना पर काम कर रही है।
सोमवार (12 सितंबर, 2022) को दिल्ली में उद्योग मंडल इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईएसीसी) के कार्यक्रम में वह बोले कि केंद्र सरकार सौर ऊर्जा के जरिए इलेक्ट्रिक राजमार्गों के विकास पर काम कर रही है। यह कदम अधिक माल ढुलाई क्षमता वाले ट्रकों और बसों की चार्जिंग को सुगम बनाएगा। उन्होंने इसके साथ ही यह दोहराया कि सरकार देश की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को बिजली चालित बनाना चाहती है।
बकौल केंद्रीय मंत्री, ‘‘सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सौर और पवन ऊर्जा आधारित चार्जिंग व्यवस्था के विकास को प्रोत्साहित कर रही है। हम इलेक्ट्रिक राजमार्ग के विकास पर भी काम कर रहे हैं। यह सौर ऊर्जा के जरिये संचालित होंगे। इससे भारी माल ढुलाई क्षमता वाले वाले ट्रकों और बसों को यात्रा के दौरान चार्ज करने में सुविधा होगी।’’
एक इलेक्ट्रिक राजमार्ग का आशय ऐसी सड़क से है जो उस पर यात्रा करने वाले वाहनों को बिजली की आपूर्ति करती है। इसमें ‘ओवरहेड’ बिजली की लाइन के जरिये ऊर्जा की आपूर्ति शामिल है। गडकरी ने कहा कि सड़क मंत्रालय टोल प्लाजा को सौर ऊर्जा से चलाने के लिये भी प्रोत्साहित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि एक अच्छी तरह से विकसित बुनियादी ढांचा आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाता है, नई कंपनियां सृजित करता है और रोजगार के अवसर बढ़ाता है। ‘‘हम 26 नये एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहे हैं।’’