- काशी के लोगों के लिए अच्छी खबर
- 2.10 करोड़ से बदले जाएंगे 12 ट्रांसफार्मर और जर्जर तार
- गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत भी बढ़ी
Varanasi Electricity News: गर्मी में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए शासन ने ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाने के लिए 2.10 करोड़ की राशि मंजूर की है। इसके तहत 12 ट्रांसफार्मर बदलने जाएंगे। साथ ही, जर्जर तारों को भी बदला जाएगा। कुछ जगहों पर कार्य शुरू भी हो गया है। एसई प्रथम आरएस प्रसाद ने बताया कि, एक करोड़ पांच लाख खर्च कर सात ट्रांसफार्मर और जर्जर तार बदले जाएंगे। शासन ने गर्मियों में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए विशेष ग्रीष्मकालीन तैयारी करने का निर्देश दिए हैं, इसके लिए अप्रैल की शुरुआत में धनराशि जारी कर दी गई थी।
अत्यधिक लोड वाले ट्रांसफार्मर का चयन कर उसे बदला जा रहा है। 630 केवी के स्थान पर 400 केवी के दो ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे और 250 के स्थान पर 400 केवी का ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा। सेंट जांस मढ़ौली क्षेत्र में 250 केवी के स्थान पर 50, भेलूपर में तीन ट्रासफार्मर, चेतमणी में दो ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे।
गर्मी बढ़ने के साथ ही बढ़ रही खपत
उन्होंने बताया कि, महमूरगंज से सिगरा क्षेत्र में लगातार तार बदले जा रहे हैं। यह कार्य इसी सप्ताह पूरा होने की उम्मीद है। एसई द्वितीय दीपक अग्रवाल ने बताया कि, चौक और पहड़िया क्षेत्र में कुल तीन ट्रांसफार्मर लगा दिए गए हैं, वहीं अन्य दो ट्रांसफार्मर जल्दी चयनित किए जाने वाले क्षेत्र में लगा दिए जाएंगे। पुराने जर्जर तारों को बदला जा रहा है। गर्मी बढ़ने के साथ ही खपत भी बढ़ रही है। नतीजतन लोड बढ़ने से ट्रांसफार्मर जलने की घटनाएं बढ़ी हैं। इससे निजात पाने के लिए विभाग ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि कर रहा है।
दावा 24 घंटे का, मिल रही 22 घंटे बिजली
वाराणसी शहरी ग्रामीण क्षेत्र को रोस्टिंग फ्री की श्रेणी में रखा गया है। अधीक्षण अभियंता प्रथम आरएस प्रसाद के मुताबिक, शहर में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। जबकि हकीकत यह है कि, शहर में 22 घंटे ही बिजली आपूर्ति हो रही है। गांवों में भी रोस्टिंग फ्री 24 घंटे बिजली दी जा रही है, जबकि हकीकत यह है कि, गावं में मात्र 14 से 16 घंटे ही बिजली आपूर्ति की जा रही है।