- चीन ने रक्षा बजट बढ़ाकर भारत की तुलना में किया तिगुना किया
- चीन ने 2022 के लिए जीडीपी लक्ष्य घटाकर 5.5 प्रतिशत किया
- रक्षा बजट पर खर्च करने के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है चीन
बीजिंग: चीन ने शनिवार को अपने रक्षा बजट में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि कर 230 अरब डॉलर करने का प्रस्ताव किया है जो पिछले साल के 209 अरब डॉलर के मुकाबले 21 अरब डॉलर अधिक है। सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ ने प्रधानमंत्री ली केकियांग द्वारा नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) में शनिवार को पेश मसौदा बजट के हवाले से बताया कि चीन की सरकार ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 1.45 खरब (ट्रिलियन) युआन के रक्षा बजट का प्रस्ताव किया है जो पिछले साल के मुकाबले 7.1 प्रतिशत अधिक है।
भारत के रक्षा बजट से तीन गुना अधिक
इस वृद्धि के साथ चीन का रक्षा बजट भारत के रक्षा बजट (लगभग 70 अरब डॉलर) के मुकाबले तीन गुना हो गया है। पिछले साल चीन का रक्षा बजट 200 अरब डॉलर के पार गया था। चीन ने वित्त वर्ष 2021 में अपने रक्षा बजट में 6.8 प्रतिशत की वृद्धि की थी जिससे उसका कुल रक्षा बजट 209 अरब डॉलर हो गया था। चीनी प्रधानमंत्री ने संसद में पेश कार्य रिपोर्ट में ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की युद्ध तैयारी को वृहद तरीके से मजबूत’ करने पर जोर दिया।’ चीन द्वारा रक्षा बजट में वृद्धि का प्रस्ताव भारत के साथ पूर्वी लद्दाख में गतिरोध और अमेरिका के साथ बढ़ते राजनीतिक और सैन्य तनाव के बीच आया है।अमेरिका के बाद चीन रक्षा बजट पर खर्च करने के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है।
जीडीपी लक्ष्य घटाया
चीन ने शनिवार को इस साल के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लक्ष्य पिछले साल के 6.1 प्रतिशत से घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया। प्रधानमंत्री ली केकियांग ने शनिवार को जीडीपी के नए लक्ष्य की घोषणा देश की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) को प्रस्तुत अपनी कार्य रिपोर्ट में की। चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। चीन की अर्थव्यवस्था वर्ष 2021 में 8.1 प्रतिशत की दर से बढ़कर लगभग 18 खरब (ट्रिलियन) अमेरिकी डॉलर हो गई है। विकास की गति 2021 में सरकार के छह प्रतिशत से अधिक के लक्ष्य से काफी ऊपर रही थी।