- अमेरिका में कोरोना को लेकर बराक ओबामा ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गंभीर आरोप लगाए हैं
- उन्होंने कहा कि ट्रंप की अगुवाई वाला मौजूदा प्रशासन कोरोना वायरस से निपटने में विफल रहा
- अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 3 नवंबर को होना है, जिसके लिए धुआंधार प्रचार अभियान जारी है
फिलाडेल्फिया : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, चुनाव प्रचार अभियान भी तेज होता जा रहा है। डेमाक्रेटिक पार्टी की ओर से प्रत्याशी जो बाइडन और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रंप पर तीखे वार किए हैं और कहा कि जो अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम नहीं उठा सकते, वह अचानक देश की जनता को बचाने के लिए आखिर क्या कदम उठाएंगे?
ओबामा की यह टिप्पणी 3 नवंबर को होने जा रहे अमेरिकी चुनाव को लेकर बाइडन और ट्रंप के बीच गुरुवार (स्थानीय समयानुसार) को होने जा रही दूसरी व अंतिम डिबेट से पहले आया है। ट्रंप पर कोरोना वारयस संक्रमण से सही तरीके से नहीं निपटने के आरोप लगते रहे हैं। इसी को लेकर ओबामा ने उन पर निशाना साधा और कहा, 'महामारी को आठ महीने हो गए हैं और संक्रमण के मामले देशभर में बढ़ते ही जा रहे हैं... डोनाल्ड ट्रंप अचानक हम सबको बचाने नहीं जा रहे। वह तो खुद की रक्षा के लिए भी जरूरी कदम नहीं उठा सकते।'
ट्रंप पर ओबामा का तंज
ओबामा ने तंज भरे लहते में कहा, यह 'रियल्टी शो' नहीं है, बल्कि 'सच्चाई' है। ट्रंप ने अपना काम सही तरीके से नहीं किया, जिसके कारण लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। बहुत से लोगों की जान बचाई जा सकती थी, अगर समय रहते आवश्यक कदम उठाए गए होते। ओबामा ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारी किसी भी राष्ट्रपति के लिए चुनौतीभरी होती, लेकिन मौजूदा प्रशासन ने इसे लेकर जिस तरह की 'अक्षमता' का परिचय दिया और 'गलत सूचनाएं' फैलाई गईं, उससे परेशानी और बढ़ी।
अमेरिकी मतदाताओं से डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के लिए वोट की अपील करते हुए उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि मौजूदा प्रशासन में अमेरिका में नस्लवाद की घटनाएं बढ़ी हैं और प्रशासन इन पर काबू पाने में विफल रहा है।