- चीन ने अपने यहां भारतीय नागरिकों का प्रवेश रोकने की घोषणा की है
- इसकी वजह उसने कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को बताई है
- चीन के इस फैसले से करीब 2 हजार भारतीय पेशेवर प्रभावित होंगे
बीजिंग/नई दिल्ली : भारत से जारी तनाव के बीच चीन ने देश में भारतीय नागरिकों का प्रवेश रोक दिया है। हालांकि इसके पीछे उसने कोरोना वायरस संक्रमण का हवाला दिया है। चीन के इस फैसले की वजह से करीब 2,000 भारतीय पेशेवर और उनके परिवार प्रभावित होंगे, जो चीन के शहरों में अपने काम पर नहीं लौट सकेंगे। भारत से चीन जाने वाली कई उड़ानें भी रद्द करनी पड़ी हैं।
भारत स्थित चीनी दूतावास की ओर से इस संबंध में गुरुवार को बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि चीन ने कोविड-19 महामारी की वजह से वैध वीजा या स्थायी निवास परमिट रखने वाले विदेशी नागरिकों का भारत से प्रवेश अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। हालांकि दूतावास की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए नोट में स्पष्ट किया गया है कि राजनयिक सेवा और सी श्रेणी के वीजा धारक चीन के इस फैसले से प्रभावित नहीं होंगे।
तनाव के बीच उठाया ये कदम
दूतावास ने साफ किया है कि आपात या मानवीय आवश्यकता के उद्देश्य से चीन का दौरा करने की इच्छा रखने वाले विदेशी भी भारत में चीनी दूतावास/वाणिज्य दूतावासों में वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। तीन नवंबर के बाद जारी किए गए वीजा के साथ प्रवेश प्रभावित नहीं होगा। दूतावास ने कहा कि यह एक अस्थायी कदम है, जिसे कोरोना महामारी से निपटने के लिए उठाया गया है।
चीन का यह फैसला ऐसे समय में आया है, जबकि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। तनाव को दूर करने के लिए दोनों देशों के बीच सात दौर की कूटनीतिक वार्ता हो चुकी है, जबकि आठवें दौर की वार्ता होने वाली है। दोनों देश कूटनीतिक व राजनयिक माध्यमों से भी आपसी संवाद में जुटे हुए हैं। हालांकि इन सबका कोई ठोस नतीजा अब तक सामने नहीं आया है।