बीजिंग : कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है, जिससे दुनियाभर में 3.22 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 49.46 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं। यह मामला दिसंबर 2019 में ही चीन में सामने आया, जिसने देखते ही देखते पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। इस बीच तकरीबन छह महीने बीत जाने के बाद भी अब तक इस घातक संक्रमण से बचाव के लिए कोई प्रभावी दवा या वैक्सीन का पता नहीं लगाया जा सका है।
चीन का दावा- बनाई नई दवा
दुनियाभर में इस दिशा में लगातार कोशिशें हो रही हैं और विशेषज्ञ कोरोना के उपचार के लिए दवा या वैक्सीन विकसित करने में लगे हैं। दुनिया के कई देशों में इसे लेकर काम हो रहा है। इस बीच चीन की एक लैब ने बड़ा दावा किया है। उसका कहन है कि एक ऐसी दवा को विकसित किया गया है, जो वैक्सीन के बगैर ही कोरोना संक्रमण को काबू कर सकता है और इस पर रोक लगा सकता है। इसका परीक्षण चीन पेकिंग यूनिवर्सिटी में किया गया है।
'चूहों पर सफल रहा परीक्षण'
वैज्ञानिकों का दावा है कि यह दवा न केवल संक्रमण से उबरने में लगने वाला समय कम करने में कारगर है, बल्कि यह कुछ समय के लिए वायरस से बचाव भी प्रदान करता है। समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, पेकिंग यूनिवर्सिटी में बीजिंग एडवांस इनोवेशन सेंटर फॉर जिनोमिक्स के डायरेक्टर सन्नी शी ने बताया कि इस दवा का चूहों पर परीक्षण किया गया, जो सफल रहा। उन्होंने कहा कि उनकी टीम इस काम में दिन-रात लगी हुई है।
यह टीका के बगैर भी कारगर
उन्होंने बताया कि अब इसका क्लिनिकल ट्रायल होना है, जो ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों में होगा, क्योंकि चीन में कोरोना संक्रमण के मामले अब कम हो गए हैं। बकौल शी, यह दवा स्वास्थ्यकर्मियों को कई सप्ताह तक संक्रमण से बचा सकती है। उन्होंने कहा, 'हम एक प्रभावी दवा के साथ महामारी को रोकने में सक्षम होंगे, यहां तक कि टीका के बगैर भी।' चीन में कोरोना वैक्सीन को लेकर भी कई काम हो रहे हैं। पांच संभावित वैक्सीन को लेकर ह्यूमन ट्रायल के स्टेज पर काम हो रहा है।