- कोरोना को मात देने वाली दवा को लेकर उम्मीद कायम
- अमेरिका की एक कंपनी ने किया वैक्सीन का इंसानों पर टेस्ट
- 8 मरीजों में बने कोरोना से ठीक हो चुके लोगों की तरह एंटीबॉडी
न्यूयॉर्क: मॉडर्ना (Moderna Inc.) की कोविड -19 वैक्सीन के शुरुआती टेस्ट परिणाम के आंकड़े सकारात्मक नजर आ रहे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में पहली बार इसका परीक्षण किया गया। कंपनी की ओर से सोमवार को कहा गया है कि वैक्सीन ने स्वस्थ सुरक्षात्मक एंटीबॉडी का एक छोटे समूह में उत्पादन किया है।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस फैलने के बीच यह डेटा टेस्ट में शामिल हुए आठ लोगों के हैं जिन्होंने मार्च में एक सुरक्षा परीक्षण में हिस्सा लिया था। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज द्वारा किए गए 45 लोगों के परीक्षण में, आठ लोगों ने वैक्सीन की दो खुराक ली थीं।
अमेरिकी जैव प्रौद्योगिकी कंपनी ने एक ताजा रिलीज में कहा कि इन 8 लोगों में प्राकृतिक रूप से संक्रमण से उबरने वाले लोगों के लगभग बराबर रक्षात्मक एंटीबॉडी का उत्पादन किया।
इस अध्ययन को वैक्सीन के काम को साबित करने के लिए नहीं किया गया था, हालांकि टेस्ट के प्रारंभिक परिणामों ने जानलेवा वायरस की महामारी से सुरक्षा को लेकर उम्मीद की किरण जरूर दिखा दी है।
यह खबर आने के बाद मॉडर्ना के शेयरों के कारोबार में सोमवार सुबह लगभग 20%, 79.39 डॉलर तक उछाल देखने को मिला और शेयर बाजार को ऊंचाई देने में भूमिका निभाई।
वैज्ञानिक अभी भी यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि कोरोना वायरस को मात देने के लिए आखिर शरीर में एंटीबॉडी का कितना स्तर पैदा होना चाहिए और ऐसा होने पर कितने समय तक वायरस से सुरक्षा बनी रहेगी।
वैक्सीन की खुराक से प्रतिक्रिया देखने को मिलती है, जिसका अर्थ है कि ज्यादा खुराक पाने वाले लोगों में एंटीबॉडी का स्तर अधिक देखने को मिलेगा।
मॉर्डना को टीके ने वैक्सीन के दूसरे चरण के इंसानी परीक्षण को शुरू करने के लिए हरी झंडी मिल गई है, और पिछले सप्ताह अमेरिकी नियामकों ने समीक्षा को गति देने के लिए वैक्सीन को 'फास्ट-ट्रैक' का दर्जा दिया था।