- लेबनान में लोगों को फिर से उनके पैरों पर खड़ा करने की जुगत में लगा यूएन
- बेरूत में मंगलवार को हुए घातक बम विस्फोट हज़ारों लोग घायल, लाखों हुए बेघर
- यूएन ने केन्द्रीय आपदा राहत कोष से 60 लाख डॉलर की रक़म जारी
संयुक्त राष्ट्र: लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को हुए घातक बम विस्फोट हज़ारों लोग घायल हुए और लाखों लोगों को बेघर भी होना पड़ा, तबाही के स्तर को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र ने प्रभावितों के लिये राहत कार्य तत्काल और बहुत तेज़ी से शुरू किये। संयुक्त राष्ट्र की विशेषीकृत एजेंसियों का व्यापक नैटवर्क एक जुट होकर राजधानी बेरूत में प्रभावित लोगों की मदद करने में लग गया है ताकि लोगों को फिर से उनके पैरों पर खड़ा किया जा सके।अगर आप भी बेरूत के लोगों की मदद करने के बारे में सोच रहे हैं तो हमने यहाँ यूएन एजेंसियों द्वारा किये जा रहे सहायता व राहत कार्यों के बारे में कुछ विवरण प्रस्तुत किया है और आप चाहें तो किस तरह योगदान कर सकते हैं। यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि जो धनराशि आपके योगदान से यूएन एजेंसियों को मिलेगी, व ज़रूरतमन्द लोगों तक सही तरीक़े से पहुँच सके।
यूएन एजेंसियों ने शुक्रवार व सप्ताहान्त भी आपता सहायता मुहैया कराना जारी रखा है. इसमें लगभग तीन लाख विस्थापित लोगों के लिये अस्थाई निवास और शिविर भी स्थापित किये हैं।इस भीषण व जानलेवा विस्फोट ने इस ज़रूरत को भी सामने ला खड़ा किया है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को लेबनान के प्रभावित लोगों की इस भीषणतम संकट में हर तरह की मदद तत्काल की जाए। लेबनान के लोग आर्थिक गिरावट, राजनैतिक उथल-पुथल और अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं, साथ ही कोरोना महामारी के संक्रमण के मामले भी बढ़ रहे हैं. ऐसे में मंगलवार को हुए विस्फोट ने इन तबाहीकुन हालात को और ज़्यादा तकलीफ़देह बना दिया है।
मानवीय सहायता कार्यालय (OCHA)
संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता कार्यों की एजेंसी के प्रमुख मार्क लोकॉक ने कहा है कि इस भीषण विस्फोट ने एक ऐसे देश को तार-तार कर दिया है जो पहले से ही अन्दरूनी अशान्ति, आर्थिक कठिनाइयों कोविड महामारी का संक्रमण और सीरियाई शरणार्थियों की मौजूदगी के कारण भारी बोझ का सामना कर रहा है। मानवीय सहायता कार्यों की एजेंसी ने लेबनान में तत्काल सहायता मुहैया कराने के अभियानों में मदद के लिये केन्द्रीय आपदा राहत कोष से 60 लाख डॉलर की रक़म जारी कर दी है और हर दिन राहत सामग्री की खेपें पहुँच रही हैं। इस बीच लेबनान में यूएन की रैज़िडेंट कोऑर्डिनेटर नजत रोश्दी ने लेबनान मानवीय सहायता कोष से 90 लाख डॉलर की रक़म जारी की है. ये रक़म सबसे ज़्यादा प्रभावित लोगों की प्राइमरी स्वास्थ्य ज़रूरतें पूरी करने व खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने पर ख़र्च की जा रही है।
योगदान सीधे लोगों तक पहुँचेगा
नज़त रोश्दी ने यूएन न्यूज़ को भेजे एक वीडियो सन्देश में भरोसा दिलाया कि दुनिया भर से जो भी लोग यूएन एजेंसियों व साझीदार संगठनों को चन्दा देंगे वो रक़म सीधे उन लोगों तक पहुँचाई जाएगी जो इस भीषण विस्फोट के शिकार हुए हैं। यूएन मानवीय सहायता कार्यों के संयोजक मार्क लोकॉक ने भी कहा है कि जो भी चन्दा मिलेगा उससे लेबनान के लोगों की तकलीफ़ों को दूर करने और उन्हें राहत पहुँचाने के साथ-साथ पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने में मदद मिलेगी।
विश्व खाद्य कार्यक्रम – भूखों का पेट भरना
ऐसी चिन्ताएँ सब तरफ़ महसूस की गई हैं कि पहले से ही ख़राब खाद्य उपलब्धता स्थिति, गहन वित्तीय संकट और कोविड-19 महामारी का सामना कर रहे लेबनान में इस भीषण विस्फोट से स्थिति और भी ज़्यादा ख़राब हो जाएगी। ऐसे में विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कहा है कि आपदा खाद्य सहायता पहुँचाने के लिये लेबनान में अधिकारियों के साथ तालमेल स्थापित किया जा रहा है। लेबनान की राजधानी बेरूत में पुनर्निर्माण कार्य शुरू किये जा रहे हैं, ऐसे में विश्व खाद्य कार्यक्रम ने घोषणा की है कि देश भर में खाद्य सामग्री की उपलब्धता बढ़ाने के लिये हर सम्भव मदद की जाएगी जिसमें गेहूँ, आटा और अनाज का आयात किया जाएगा क्योंकि विस्फोट में अनाज को बड़े गोदाम व भण्डार भी तबाव हुए हैं। विश्व खाद्य कार्यक्रम लेबनान में पहले से ही नक़दी व खाद्य सामग्री उपलब्ध करा रहा है. अब संगठन वहाँ आपूर्ति श्रृंखला बरक़रार रखने और बुनियादी सेवाओं में भी सहायता मुहैया कराएगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन-स्वास्थ्य साझीदारों के साथ
विश्व स्वास्थ्य संगठन नेमंगलवार को हुए विस्फोट के एक दिन बाद ही लगभग 20 टन स्वास्थ्य सामान घायलों की मदद के लिये भेजा जो 1000 ट्रॉमा और 1000 सर्जिकल ज़रूरतों के लिये था।लेबनान में विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रतिनिधि डॉक्टर ईमान शंकिति ने कहा, “हम लेबनान के स्वास्थ्य अधिकारियों, स्वास्थ्य साझीदारों और घायलों का इलाज कर रहे अस्पतालों के साथ निकट तालमेल के साथ काम कर रहे हैं, साथ ही तात्कालिक ज़रूरतों का जायज़ा लेने और तत्काल मदद सुनिश्चित करने के तरीक़ों पर भी काम किया जा रहा है।” विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस एडेनहॉम घेबरेयेसस ने आपातस्थिति के लिये आपदा कोष से 22 लाख डॉलर की रक़म जारी की है. ये रक़म विस्फोट के प्रभावित लोगों की मदद करने व कोविड-19 महामारी का सामना करने के प्रयास जारी रखने पर ख़र्च की जाएगी।