- पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अपने देश के संबोधन में एक बार फिर भारत की तारीफ की।
- उन्होने कहा कि मैं भारत को दूसरों से ज्यादा जानता हूं। वहां मेरे दोस्त हैं।
- उन्होंने कहा कि भारतीय बहुत स्वाभिमानी लोग हैं। कोई भी उन्हें निर्देशित नहीं कर सकता है।
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से एक दिन पहले शुक्रवार को राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में, पाक पीएम ने पाकिस्तान के लोगों से भावनात्मक अपील की और भारत की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मैं भारत को दूसरों से ज्यादा जानता हूं। वहां मेरे दोस्त हैं और मुझे बहुत खेद है कि आरएसएस और कश्मीर में वे जो करते हैं, उसके कारण हमारा उनसे कोई संबंध सही नहीं है। भारतीय बहुत स्वाभिमानी लोग हैं। कोई भी उन्हें निर्देशित नहीं कर सकता है। लेकिन मैं कहता हूं कि किसी भी महाशक्ति को भारत के साथ ऐसा (भारत की विदेश नीति में हस्तक्षेप) करने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान एक ही समय में स्वतंत्र हुए। भारत में मेरे बहुत सारे दोस्त हैं। सिर्फ कश्मीर की वजह से हमारे अच्छे संबंध नहीं हैं। लेकिन भारत एक आत्मनिर्भर और स्वाभिमानी देश है। कोई देश भारत को धमकी देने की सोच भी नहीं सकता। इमरान खान ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कभी तटस्थ अंपायर के साथ नहीं खेला। इसलिए वे ईवीएम से डरते हैं। वे (विपक्ष) विदेशी पाकिस्तानियों को मतदान से रोकने की कोशिश करेंगे और वे ईवीएम को खत्म करना चाहते हैं। भारत में ईवीएम का इस्तेमाल किया जाता है।
इमरान खान द्वारा भारत की तारीफ पर मरियम नवाज ने कहा कि भारत के विभिन्न प्रधानमंत्रियों के खिलाफ 27 अविश्वास प्रस्ताव आए। संविधान, लोकतंत्र और नैतिकता के साथ किसी ने खिलवाड़ नहीं किया। वाजपेयी एक वोट से हारे, घर गए उन्होंने आप जैसे देश, संविधान और राष्ट्र को बंधक नहीं बनाया!
मरियम ने तंज कसते हुए कहा कि पहली बार किसी को सत्ता के लिए रोते हुए देखा है। वह रो रहा है कि कोई उसके लिए बाहर नहीं आया। कृपया अपनी आंखें खोलें और यह आप ही थे जिन्होंने 3 साल से अधिक समय तक लोगों को रुलाया। लोग भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे होंगे कि उन्होंने आपसे छुटकारा पा लिया। आपने बाहर जाते समय संविधान को भी तोड़ा।
इमरान खान के खिलाफ एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार को वोटिंग होने जा रही है। गौर हो कि खान ने पिछले हफ्ते नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने से पहले सदन में बहुमत खो दिया था। खान को शनिवार को नेशनल असेंबली में शिकस्त मिलने की उम्मीद है।