- भारत ने यूनेस्को जनरल कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान का कच्चा चिट्ठा दुनिया के सामने रखा
- भारत ने कहा- हमारे आतंरिक मामलों में दखल देने की कोशिश कर रहा है पाकिस्तान
- यूएन के मंच का इस्तेमाल परमाणु युद्ध की धमकी देन के लिए करते हैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री- भारत
पेरिस: जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद से पाकिस्तान लगातार वैश्विक मंचों पर भारत के खिलाफ झूठा दुष्प्रचार कर रहा है लेकिन हर तरफ से उसकी कोशिशें नाकाम रही हैं। गुरुवार को पाकिस्तान ने एक बार फिर से 40 वीं यूनेस्को जनरल कॉन्फ्रेंस के दौरान इसी तरह की हरकत की, जिसका उसे मुंहतोड़ जवाब मिला। पाकिस्तान दावों को झूठा करार देते हुए भारत ने कहा कि पड़ोसी देश भारत के अंदरुनी मामलों में दखल देने की कोशिश कर रहा है जबकि उसके यहां खुद मानवाधिकार हनन के कई मामले सामने आ चुके हैं।
यूनेस्को में भारत की प्रतिनिधि अनन्या अग्राल ने कहा, 'भारत, पाकिस्तान द्वारा लगाए गए झूठे और बेबुनियाद आरोपों को एक बार फिर खारिज करता है। पाकिस्तान में खुद अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं और वह नफरत भरे भाषणों से आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।' उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के डीएनए में ही आतंकवाद है।
पाकिस्तान की खोली पोल
अनन्या ने अपने भाषण के दौरान कहा, 'यहां कुछ तथ्य आपके सामने रखना चाहती हूं। 1947 में पाकिस्तान की आबादी में अल्पसंख्यकों की कुल जनसंख्या 23 फीसदी थी और आज वो घटकर लगभग 3 फीसदी ही रह गए हैं। यहां ईसाइयों, हिंदू, सिख, अहमदी, शिया, सिंधी, पश्तून, बलोच के खिलाफ कानून बना रही हैं और उनके धर्मांतरण की कोशिश लगातार हो रही हैं तथा उनके खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं।'
महिलाओं की हालत पाकिस्तान में दयनीय
अनन्या अग्रवाल ने पाकिस्तान में महिलाओं की स्थिति क्या है इसकी हकीकत विश्व के सामने रखते हुए कहा, 'महिलाओं के खिलाफ, ऑनर किलिंग, एसिड अटैक, जबरन धर्मांतरण, जबरन विवाह और बाल विवाह जैसे बढ़ते मामलों की वजह से आज ये समस्या पाकिस्तान में गंभीर हो चुकी है।'
ओसमा को हीरो बताता है पाकिस्तान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा सितंबर में संयुक्त राष्ट्र के मंच पर दिए गए भड़काऊ भाषण का जिक्र करते हुए अनन्या अग्रवाल ने कहा, 'यह वहीं देश है जो संयुक्त राष्ट्र के मंच को सरेआम परमाणु युद्ध की धमकी देने के लिए उपयोग करता है और दूसरे देशों के खिलाफ हथियार उठाने के लिए लोगों को उकसाता है। कुछ समय पहले ही पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने ओसामा बिन लादेन और हक्कानी नेटवर्क को पाकिस्तान का हीरो बताया था। पाकिस्तान दहशतगर्दों और आतंकवाद का अड्डा है। भारत यूनेस्को के मंच को राजनीतिक इस्तेमाल के तौर पर प्रयोग करने के लिए पाकिस्तान की कड़ी आलोचना और निंदा करता है।'