वाशिंगटन : भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ बीते दो महीने से जारी किसानों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन 26 जनवरी (मंगलवार) को उस वक्त हिंसक हो गया, जब किसानों के एक समूह ने लाल किले पर निशान साहिब का झंडा लगा दिया था। अब खालिस्तानियों ने अमेरिका में भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया है।
वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तानियों के प्रदर्शन के दौरान उनके हाथों में अजीबोगरीब नारे लिखे झंडे नजर आ रहे हैं। इनमें से एक पर यह भी लिखा है कि वे किसान हैं आतंकी नहीं। खालिस्तान समर्थकों की यह करतूत हैरान करने वाली है, जिसमें वे खुद को किसान बता रहे हैं।
इस बीच भारत में कई किसान समूहों ने खुद को उस प्रदर्शन से अलग किया है, जो लाल किला पर 26 जनवरी को हुआ। संयुक्त किसान मोर्चा ने देर शाम ट्रैक्टर मार्च वापस लिए जाने का ऐलान भी किया था और दिल्ली की सीमा में ट्रैक्टर लेकर दाखिल होने वाले किसानों से प्रदर्शन स्थल पर लौटने की अपील की थी।
किसान संगठनों ने पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू को किसानों के समूह को लालकिले की ओर ले जाने और उन्हें उकसाने का आरोप लगाया। सिख फॉर जस्टिस मामले में एनआईए पहले ही दीप सिद्धू को तलब कर चुकी है। सिद्धू के खिलाफ बीते साल 15 दिसंबर को केस दर्ज किया गया था और एनआईए ने जांच में पेश होने के लिए बीते सप्ताह सिद्धू को समन भी जारी किया था।