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उत्तर कोरिया ने फिर किया हथियार परीक्षण, जापान के समुद्र की ओर दागीं 2 मिसाइलें

Updated Mar 21, 2020 | 07:41 IST

North Korea missile test: परमाणु हथियार और मिसाइल विकसित करने की सनक के साथ उत्तर कोरिया ने दो नए मिसाइल परीक्षण किए हैं। हाल ही में दो मिसाइलें दागी जाने की बात सामने आई है।

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प्रतीकात्मक तस्वीर
मुख्य बातें
  • उत्तर कोरिया अपनी हथियारों की सनक छोड़ने को तैयार नहीं
  • लगातार एक के बाद एक कर रहा परीक्षण, इस बार दागी दो और मिसाइलें
  • जापान के पास पूर्वी समुद्र में जाकर गिरी मिसाइलें, रिपोर्ट्स में सामने आई जानकारी

प्योंगयांग: उत्तर कोरिया ने शनिवार को जापान के समुद्र (पूर्वी सागर) की ओर दो छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। योनहाप समाचार एजेंसी ने दक्षिण कोरिया की सेना के हवाले से यह जानकारी दी है। एजेंसी ने साउथ के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ का हवाला देते हुए बताया कि लॉन्च की शुरुआत नॉर्थ प्योंगान प्रांत से हुई। प्योंगयांग की ओर से कहा गया कि इस महीने की शुरुआत में दो अवसरों पर उत्तर कोरिया की ओर से परमाणु हथियारों से लैस ऐसे ही प्रक्षेपण किए गए।

रिपोर्ट्स में कहा गया कि उत्तर कोरिया की ओर से लंबी दूरी की तोपों का अभ्यास किया था, लेकिन इस बारे में जापान का कहना था कि जो चीज दागी गई वह तोप के गोले के बजाय किसी प्रोजेक्टाइल बैलिस्टिक मिसाइल जैसी ज्यादा लगती है।

लॉन्च के बारे में योनहाप रिपोर्ट से कुछ समय पहले, उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) ने बताया कि देश 10 अप्रैल को अपनी रबर-स्टैम्प संसद, सुप्रीम पीपल्स असेंबली (एसपीए) को बुलाएगा। ताजा लॉन्च संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ निरस्त्रीकरण बातचीत में एक लंबे समय अंतराल के बाद सामने आया है।

विश्लेषकों का कहना है कि हनोई में तानाशाह नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच शिखर वार्ता के एक साल बाद उत्तर कोरिया ने अपनी हथियारों की क्षमताओं को निखारने का काम जारी रखा है। प्योंगयांग अपने हथियार कार्यक्रमों को संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और अन्य कई पक्षों से लागू प्रतिबंधों के बावजूद कर रहा है।

बीते साल के अंत में उत्तर कोरिया की ओर से हथियारों के परीक्षणों की एक पूरी श्रृंखला को अंजाम दिया गया। इनमें से आखिरी नवंबर में किया गया जिसमें एक साथ लगातार कई रॉकेट दागने वाले सिस्टम का परीक्षण किया गया था। हालांकि कई रिपोर्ट्स में इसे बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण कहा गया था। उत्तर कोरिया ने हाल ही में दिसंबर 2020 में स्थिर इंजन परीक्षण का भी परीक्षण किया जो हथियारों में काम आ सकता है।