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इस्लामोफोबिया के खिलाफ मुस्लिम देशों की एकजुटता चाहते हैं इमरान खान, उइगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार भूले

Updated Oct 28, 2020 | 18:29 IST

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गैर-मुस्लिम राज्यों में बढ़ते इस्लामोफोबिया का मुकाबला करने के लिए मुस्लिम देशों के नेताओं को पत्र लिखा है। हालांकि वे उइगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों को भूल गए।

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान
मुख्य बातें
  • इस्लामी आतंकवाद पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बयान से नाराज हैं इमरान खान
  • राष्ट्रपति मैक्रों का बयान समाज में विभाजन पैदा करने वाला है और इससे कट्टरवादी सोच को बढ़ावा मिलेगा: इमरान खान

नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान चाहते हैं कि मुस्लिम देश यूरोप में बढ़ते इस्लामोफोबिया के खिलाफ एकजुट हों, लेकिन वो चीन में उइगर मुसलमानों की स्थिति और अपने ही देश में अल्पसंख्यकों की बिगड़ती स्थिति का उल्लेख करने में विफल रहे हैं। मुस्लिम देशों के नेताओं को लिखे पत्र में इमरान ने उनसे गैर-मुस्लिम देशों में बढ़ते इस्लामोफोबिया का मुकाबला करने के लिए सामूहिक रूप से कार्य करने का आग्रह किया है।

पाकिस्तानी पीएम ने पत्र में कश्मीर का मुद्दा भी उठाया है। उन्होंने लिखा, 'हम अपने उम्मा के बीच बढ़ती चिंता और बेचैनी का सामना कर रहे हैं क्योंकि वे इस्लामोफोबिया और हमलों के बढ़ते ज्वार को देखते हैं, पश्चिमी दुनिया में ऐसा हो रहा है, विशेष रूप से यूरोप में हमारे प्यारे पैगंबर पर उपहास और मजाक के माध्यम से हुआ।' 

खान ने आगे कहा कि यह हम मुस्लिम दुनिया के नेताओं पर निर्भर है कि वो नफरत और अतिवाद के इस चक्र को तोड़ने में सामूहिक रूप से अग्रणी रहें। मुस्लिम नेताओं से आवाज उठाने का आग्रह करते हुए इमरान खान ने कहा कि उन्हें गैर-मुस्लिम विशेष रूप से पश्चिमी राज्यों के नेतृत्व को समझाना होगा कि सभी मुसलमान पवित्र कुरान और पैगंबर के लिए गहरी श्रद्धा और प्रेम महसूस करते हैं। हमें पश्चिमी दुनिया को समझाना चाहिए कि दुनिया में विभिन्न सामाजिक और धार्मिक और जातीय समूहों के लिए मूल्य प्रणालियां भिन्न हैं। पश्चिमी देशों द्वारा मुसलमानों को समान सम्मान देने की समझ होनी चाहिए, जिन्होंने बोस्निया से लेकर अफगानिस्तान तक अपने लोगों को बड़ी संख्या में मरते देखा है।

उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम, ईसाई धर्म या यहूदी धर्म के किसी भी पैगंबर के खिलाफ ईश निंदा इस्लाम में अस्वीकार्य है। 

मैंक्रो के बयान पर हुआ विवाद

फ्रांस के राष्ट्रपति ने इस महीने की शुरुआत में कहा कि इस्लाम ऐसा धर्म है जिस पर पूरी दुनिया में संकट मंडरा रहा है। फ्रांस में टीचर की सरेआम हत्या पर दुनिया भर में आक्रोश दिखा। फ्रांस में कई जगहों पर हजारों लोग सड़कों पर निकले और टीचर सैम्युल पैटी के साथ एकजुटता जाहिर की। एक अप्रवासी मुस्लिम आतंकवादी ने इतिहास के टीचर पैटी का सिर कलम कर दिया था। पैटी ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बहस के दौरान शार्ली हेब्दो द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बनाए गए कार्टूनों को छात्रों को दिखाया था। इस मुस्लिम युवक ने 'अल्लाहु अकबर' बोलते हुए 47 साल के टीचर का गला रेत दिया।