- पाकिस्तान को भारत में बन रही कोरोना वायरस वैक्सीन मिलने जा रही है
- एक अंतरराष्ट्रीय समझौते के तहत पाकिस्तान को ये वैक्सीन मिल रही हैं
- भारत ने खुद से कई देशों में कोविड 19 वैक्सीन पहुंचाई है
नई दिल्ली: भारत कोरोना वायरस वैक्सीन के माध्यम से दुनिया के कई देशों तक मदद पहुंचा रहा है। अब पाकिस्तान को भी भारत में निर्मित कोरोना वैक्सीन मिलने वाली है। वैक्सीन समझौते GAVI के तहत पाकिस्तान को टीके की कुल 45 मिलियन (4.5 करोड़) खुराक दी जाएगी। अन्य देशों की तरह भारत सीधे तौर पर पाकिस्तान को वैक्सीन नहीं भेज रहा है, लेकिन वैक्सीन एलायंस GAVI (वैक्सीन और टीकाकरण के लिए वैश्विक गठबंधन) के तहत पाकिस्तान को मार्च के महीने में ही खुराक मिलने वाली हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NSH) के सचिव आमिर अशरफ ख्वाजा ने लोक लेखा समिति (PAC) को जानकारी देते हुए कहा कि वैक्सीन गठबंधन गावी के साथ एक समझौते के तहत खुराक प्राप्त की जाएंगी। पाकिस्तान को जून तक ये खुराक मिलेंगी, जिसमें से 16 मिलियन मार्च में प्राप्त होंगी। पाकिस्तान को भारत निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन की मुफ्त खुराक मिलेगी, जो देश की 20 प्रतिशत आबादी को कवर देगा।
समझौते के तहत पहुंच रही वैक्सीन
पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया के अनुसार, स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि यह उम्मीद की जा रही थी कि मार्च के पहले हफ्ते में कोरोना वायरस वैक्सीन आ जाएगी, हालांकि डिलीवरी में थोड़ा विलंब हुआ। पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि अब टीके की खुराकें अगले कुछ हफ्तों के भीतर आने की उम्मीद है। गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में ग्लोबल एलायंस फॉर वैक्सीन एंड इम्यूनाइजेशन (GAVI) ने पाकिस्तान के साथ भारत के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित कोविड-19 वैक्सीन प्रदान करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
4 टीकों को दी मंजूरी
गावी गरीब देशों में टीकाकरण की पहुंच बढ़ाने के लक्ष्य के साथ एक सार्वजनिक-निजी वैश्विक स्वास्थ्य साझेदारी है। अब तक पाकिस्तान में सिनाफ्राम (चीन), ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (यूके), स्पुतनिक-वी (रूस) और कांसिनो बायो (चीन) चार टीकों को मंजूरी दी है। पीएसी की बैठक के दौरान एनएचएस सचिव ने यह भी बताया कि देश में लगभग 27.5 मिलियन लोगों को COVID-19 के खिलाफ टीका लगाया गया है।