- जी-20 का दो दिवसीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया है
- यह सम्मेलन वर्चुअल तरीके से आयोजित किया गया है
- पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इसमें शामिल हुए
रियाद/नई दिल्ली : सऊदी अरब की अध्यक्षता में दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन आज (शनिवार, 21 नवंबर) से शुरू हो गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिरकत की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी दुनिया के सामने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ी चुनौती और मानवता के इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़ है। बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट कर बताया कि जी-20 शिखर सम्मेलन में सार्थक चर्चा हुई। उन्होंने उम्मीद जताई कि विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के समन्वित प्रयासों से महामारी से जल्द उबरने में मदद मिलेगी।
पीएम मोदी ने ट्ववीट कर कहा, 'जी-20 शिखर सम्मेलन में मैंने प्रतिभा, प्रौद्योगिकी, पारदर्शिता और ट्रस्टीशिप के आधार पर एक नया वैश्विक सूचकांक विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।' उन्होंने कहा, 'हमने समूह-20 के कुशल कामकाज के लिए डिजिटल सुविधाओं को और विकसित करने की खातिर आईटी के क्षेत्र में भारत की विशषेज्ञता की पेशकश की। पृथ्वी के प्रति ट्रस्टीशिप की भावना हमें स्वस्थ व समग्र जीवनशैली के लिए प्रेरित करेगी।'
शी जिनपिंग सहित कई नेता हुए शामिल
कोविड-19 महामारी के बीच मार्च के बाद इस साल दूसरी बार जी-20 का शिखर सम्मेलन वर्चुअल तरीके से आयोजित किया गया है, जिसमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सहित वैश्विक जगत के कई अन्य नेता भी शामिल हुए।
यह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) और ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन के बाद वर्चुअल तरीके से आयोजित इस महीने का तीसरा सम्मेलन है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल हुए हैं। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत-चीन तनाव के बीच इन सम्मेलनों में दोनों नेताओं की भागीदारी पर सबकी नजरें टिकी हैं।
'कोविड-19 महामारी अप्रत्याशित सदमा जैसा'
जी-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत करते हुए सऊदी अरब के किंग ने इस बात पर जोर दिया कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। अपने संबोधन में सऊदी अरब के शाह सलमान ने कहा, 'कोविड-19 महामारी एक अप्रत्याशित सदमा जैसा है, जिसने बहुत कम समय में पूरी दुनिया को प्रभावित किया है और वैश्विक स्तर पर आर्थिक व सामाजिक हानि पहुंचाई है। यह हमारा कर्तव्य है कि इस चुनौती के खिलाफ हम एकजुट हों और उम्मीद का संदेश दें।'
जी-20 के नेताओं ने कोरोना वायरस से जंग में सूचनाओं, शोध के लिए जरूरी सामग्री तथा क्लीनिकल आंकड़े साझा करने पर चर्चा की तो स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत बनाने के प्रति प्रतिबद्धता जताई। जी-20 के देशों ने संक्रमण से बचाव का टीका विकसित करने के लिए धन जुटाने के लिए भी मिल कर काम करने का वादा किया। शाह सलमान ने जी-20 के नेताओं से विकासशील देशों को समन्वित तरीके से सहयोग देने की अपील भी की।