रूस के साथ जंग के हालातों के बीच यूक्रेन ने मंगलवार को कहा कि देश के रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के साथ-साथ दो राज्य बैंकों की वेबसाइटों पर साइबर हमला हुआ है, जो रूसी मूल के हो सकते हैं। प्रभावित साइटों में देश के सबसे बड़े वित्तीय संस्थानों में से दो- Oschadbank स्टेट बचत बैंक और Privat शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय की साइट पर त्रुटि संदेश दिखाया गया जिसमें कहा गया कि साइट तकनीकी रखरखाव से गुजर रही है। सशस्त्र बलों की वेबसाइट पर कहा गया कि यह पहुंच के बाहर है। दोनों बैंकों ने कहा है कि उनकी ऑनलाइन सेवाएं बंद हैं।
रूस का दावा- हट रहे सैनिक
यूक्रेन ये मान कर चल रहा है कि 16 फरवरी को रूस उस पर बम बरसाना शुरू कर देगा। खुद ये बात यूक्रेन के राष्ट्रपति ने फेसबुक पर बताई। लेकिन युद्ध की तारीख आ जाने के बीच ही रूस ने अचानक यूक्रेन बॉर्डर से अपने कई टैंक और सैनिकों की कुछ टुकड़ी पीछे करने का दावा किया। रशियन आर्मी के अधिकारियों के मुताबिक यूक्रेन सीमा पर तैनात दक्षिणी और पश्चिमी डिस्ट्रिक्ट की सैन्य टुकड़ी अपने अपने अड्डों की तरफ लौट रही है। रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इन सैनिकों ने युद्ध अभ्यास और ट्रेनिंग एक्टिविटी पूरी कर ली है। इसके बाद ये अपने बैरकों में लौट रहे हैं। हालांकि रूसी टैंक और सैनिकों की वापसी की तस्वीरों पर यूक्रेन को भरोसा नहीं है। यूक्रेन ने कहा है कि जब तक सेनाएं पूरी तरह से हट नहीं जाती वो रूस का भरोसा नहीं करेंगे।
यूक्रेन कह रहा है कि उनका एक नियम है, जो वो सुनते हैं उस पर भरोसा नहीं करते, जो वो देखते हैं उस पर ही भरोसा करते हैं। रूसी टैंक और जवानों की वापसी के बीच सवाल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मंशा का है, क्योंकि जो देश अपने पड़ोसी को तीन तरफ से घेर ले, बॉर्डर पर बड़ी तैनाती कर दे, क्या वो इतनी आसानी से अपनी सेनाएं हटा लेगा। इतना हैवी मिलिट्री डिप्लॉयमेंट करने के बाद जवानों की वापसी के वीडियो जारी करके पुतिन क्या मैसेज दे रहे हैं।
रूस यूक्रेन पर हमले के लिए तैयार
सैन्य तैनाती के बारे रूस भी दुनिया से कुछ छुपा नहीं रहा है। उसे किसी का डर नहीं है। यूक्रेन बॉर्डर पर रूस की सैन्य तैनाती की सेटेलाइट तस्वीरें आई हैं। उससे क्लियर है कि रूस ने युद्ध का पूरा बंदोबस्त कर लिया है। यूक्रेन के मामले में अमेरिका और ब्रिटेन तक ये कह चुके हैं कि रूस कभी भी हमला कर सकता है। अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश दुनिया को रूस का डर दिखा रहे हैं। लेकिन खुद रूस की तरफ से भी इस तरह के संकेत मिल रहे हैं कि जैसे वो यूक्रेन पर हमले के लिए तैयार बैठा है। 10 फरवरी को ही रूस ने बेलारूस के साथ मिलिट्री एक्सरसाइज शुरू कर दी। इस में टैंक, लड़ाकू विमान, S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम हिस्सा ले रहे हैं।
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यूक्रेन के पास फौज भले ही कम हो। लेकिन उसने अपने नागरिकों को युद्ध के लिए तैयार कर लिया है। रूस के खतरे को यूक्रेन अच्छी तरह से समझता है इसलिए वहां सेनाएं आम नागरिकों को भी ट्रेनिंग दे रही है। रूस की घेराबंदी के बीच अगर आप यूक्रेन को अकेला समझ रहे हैं तो गलत सोच रहे हैं। यूक्रेन को अमेरिका और NATO का समर्थन मिल रहा है। यूक्रेन से सटे सारे यूरोपियन देशों में NATO मौजूद है। यूक्रेन से सटे 16 देशों में NATO सेनाएं मौजूद हैं। अमेरिका के जवान रोमानिया पहुंच चुके हैं।
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