- पाकिस्तान में भी टिक-टॉक बैन करने की मांग उठ रही है
- लाहौर हाईकोर्ट में इसे लेकर याचिका दी गई है
- इसमें टिक-टॉक पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है
इस्लामाबााद : टिक-टॉक सहित चीन के 59 ऐप्स को भारत द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बाद दुनिया के कई देशों में इसके लिए आवाज उठ रही है। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ'ब्रायन भी इस बारे में कह चुके हैं कि प्रशासन इस बारे में गंभीरतापूर्वक विचार कर रहा है। बताया जा रहा है कि अमेरिका में इस पर कुछ दिनों में फैसला लिया जा सकता है। इस बीच पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी चीनी ऐप टिक-टॉक को बैन किए जाने की मांग उठने लगी है।
क्या पाकिस्तान देगा चीन को झटका?
चीन-पाकिस्तान के रिश्तों को देखते हुए यह बात कई लोगों के लिए हैरान करने वाली है। पाकिस्तान, चीन को अपना 'सदाबहार' और सबसे 'भरोसामंद' दोस्त बताता रहा है। ऐसे में सवाल है कि क्या पाकिस्तान भी टिक-टॉक को बैन कर चीन को झटका देने जा रहा है? यह सवाल लाहौर हाईकोर्ट में दायर एक याचिका के बाद उठ रहा है, जिसमें इस चीनी ऐप को तुरंत प्रतिबंधित किए जाने की मांग की गई है।
कोर्ट में याचिका दाखिल
'द डॉन' की रिपोर्ट के अनुसार, अधिवक्ता नदीम सरवर ने इस संबंध में एक नागरिक की ओर से कोर्ट में अर्जी दाखिल की है, जो इस मामले में मुख्य याचिकाकर्ता है। उन्होंने कहा कि टिक-टॉक के खिलाफ मुख्य याचिका पर अब तक सुनवाई नहीं हुई है, जबकि यह बहुत महत्वपूर्ण मसला है। उन्होंने कहा कि देश में इस ऐप से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में अब तक 10 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
पोर्नोग्राफी को लेकर आरोप
इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि यह वीडियो-शेयरिंग एप्लिकेशन सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि और रेटिंग्स को लेकर पोर्नोग्राफी फैलाने का एक स्रोत बन गया है। उन्होंने इस संबंध में हाल ही में हुई एक गैंगरेप की घटना का भी जिक्र किया, जिसमें एक लड़की के साथ उन लोगों ने दुष्कर्म किया, जिनसे वह टिक-टॉक के जरिये परिचित हुई थी। उन्होंने इस संबंध में बांग्लादेश, मलेशिया का भी जिक्र किया और कहा कि पोर्नोग्राफी के कारण इसे पहले ही प्रतिबंधित कर दिया गया है।