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अब ट्रंप और ट्विटर में ठनी, भ्रम फैलाने का लगा आरोप तो राष्ट्रपति बोले- मेरी बात का दम घोटना चाहता है Twitter

US President Donald Trump
Updated May 27, 2020 | 08:40 IST

Trump vs Twitter: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर ट्विटर की ओर भ्रमित करने वाले ट्वीट करने का आरोप लगाया गया है। अब ट्रंप ने इसे 2020 के राष्ट्रपति चुनाव से जोड़ते हुए उल्टे ट्विटर पर आरोप लगा दिए हैं।

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US President Donald TrumpUS President Donald Trump
तस्वीर साभार:&nbspIANS
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
मुख्य बातें
  • ट्विटर ने राष्ट्रपति ट्रंप के ट्वीट्स पर लेबल लगाते हुए दी थी चेतावनी
  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगा भ्रम फैलाने का आरोप
  • ट्रंप ने भी दिया जवाब- 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में दखल दे रहा है ट्विटर

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दो ट्वीट्स को भ्रामक करार देने और चेतावनी दिए जाने के बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस मामले को 2020 के अमेरिकी चुनाव से जोड़ दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में 'हस्तक्षेप' कर रहा है और भाषण की आजादी का पूरी तरह से दम घोंटने की कोशिश कर रहा है।

अपने दो ट्वीट में ट्रंप ने दावा किया था कि अमेरिका में मेल-इन मतपत्रों के इस्तेमाल से व्यापक मतदाता धोखाधड़ी होगी। इन दो ट्वीट्स को ट्विटर की ओर से भ्रामक करार जाने के बाद, ट्रंप ने जल्द ही प्रतिक्रिया दी।

राष्ट्रपति चुनाव में दखल देकर मेरी बात का दम घोट रहा ट्विटर: ट्रंप

ट्रंप ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, 'ट्विटर अब 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप कर रहा है। वह मेल-इन मतपत्रों पर मेरे जिस बयान की बात कर रहे हैं, जिससे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी होगी, वह गलत है। फेक न्यूज सीएनएन और वाशिंगटन पोस्ट की ओर से तथ्य-जांच के आधार पर ऐसा किया गया है।'

उन्होंने आगे कहा, 'ट्विटर पूरी तरह से भाषण की आज़ादी का दम घोंट रहा है, और मैं राष्ट्रपति के रूप में, ऐसा नहीं होने दूंगा!'

ट्विटर ने दिया न्यूज रिपोर्ट्स का हवाला, ट्रंप का दावा बताया गलत:

दरअसल ट्रंप की बात को भ्रामक बताने के समर्थन में मैसेज से साथ तथ्य जांच का एक पेज जोड़ा गया, जिसमें समाचार लेखों के कई लिंक भी जोड़े गए थे। ट्विटर ने कहा कि ट्रंप की टिप्पणी से जुड़ी जानकारी और 'संदर्भ' बताने के मकसद से न्यूज आर्टिकल के लिंक को जोड़ा गया।

लेकिन ट्विटर के फैसले से ट्रंप के अन्य ट्वीट पर लगातार लेबल लगाने की इच्छा के बारे में और सवाल उठने की संभावना है। ट्विटर ने कहा कि मेल-इन वोटिंग के बारे में ट्रंप के ट्वीट ने कंपनी के नियमों का उल्लंघन नहीं किया क्योंकि वे लोगों को मतदान से हतोत्साहित नहीं करते हैं। लेकिन, कंपनी ने कहा, लेबल अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों के आसपास संदर्भ प्रदान करता है।

दरअसल ट्वीट के साथ ट्विटर ने एक लिंक पोस्ट किया था और लिखा था 'सीएनएन, वाशिंगटन पोस्ट और अन्य मीडिया द्वारा रिपोर्टिंग का हवाला देते हुए, ट्विटर यूजर को 'निराधार' दावे करने के लिए नोटिस दिया जाता है। नोटिस में कहा गया है, 'ट्रंप ने झूठा दावा किया कि मेल-इन मतपत्रों से' रिग्ड इलेक्शन 'होगा।

ट्विटर के प्रवक्ता केटी रोजबोरो ने एक ईमेल में सीएनएन बिजनेस को बताया, 'इन ट्वीट्स में मतदान प्रक्रियाओं के बारे में संभावित भ्रामक जानकारी है और मेल-इन मतपत्रों को लेकर जानकारी और अतिरिक्त संदर्भ बताने के लिए लेबल लगाया गया है।'