- यूएस कैपिटल्स में ट्रंप के हजारों समर्थकों ने धावा बोला, सुरक्षाकर्मियों से हुई झड़प
- हिंसा एवं उत्पात में चार लोगों की जान गई, चुनाव नतीजे को पलटवाना चाहते थे समर्थक
- दुनिया भर के देशों ने इस हिंसक प्रदर्शन की निंदा की, सत्ता हस्तांतरण के लिए ट्रंप तैयार
वाशिंगटन : अमेरिकी कांग्रेस ने गुरुवार को राष्ट्रपति पद के लिए जो बिडेन के नाम पर आधिकारिक मुहर लगा दी। ट्रंप समर्थकों के उत्पात एवं फसाद शांत होने के बाद सीनेट के दोनों सदनों की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई जिसमें बिडेन को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का विजेता घोषिता किया गया। बिडेन अब 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। बिडेन के नाम पर आधिकारिक मुहर लग जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप के तेवर नरम पड़ गए हैं। वह सत्ता का हस्तांतरण 'व्यवस्थित' रूप से करने के लिए तैयार हो गए हैं।
सत्ता हस्तांतरण के लिए तैयार हुए ट्रंप
यूएस कैपिटल्स में ट्रप समर्थकों के हंगामे एवं उपद्रव के बाद ट्विटर और फेसबुक ने ट्रंप के निजी अकाउंट ब्लाक कर दिए हैं लेकिन ट्रंप ने ह्वाइट हाउस के एक प्रवक्ता के अकाउंट से ट्वीट किया है। अपने इस ट्वीट में टंप ने कहा, 'चुनाव परिणाम से मैं पूरी तरह असहमत हूं, फिर भी 20 जनवरी को सत्ता का हस्तांतरण व्यवस्थित तरीके से होगा।' हालांकि ट्रंप चुनाव में धांधली के अपने आरोपों पर अभी भी कायम हैं। चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद से ही ट्रंप नतीजों को खारिज करते आए हैं।
चुनाव में धांधली के अपने आरोपों पर ट्रंप कायम
ट्रंप का आरोप है कि चुनाव में धांधली हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति ने चुनाव नतीजों को अदालतों में चुनौती दी लेकिन उनके ज्यादातर अपील खारिज हो गईं। चुनाव में जो बिडेन के इलेक्टोरल वोटों पर मुहर लगाने के लिए यूएस कांग्रेस की बुधवार को बैठक बुलाई गई थी लेकिन जैसे ही दोनों सदनों में चर्चा शुरू हुई हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थक यूएस कैपिटल्स में दाखिल हो गए। इस दौरान उनकी सुरक्षाकर्मियों से झड़प हुई। बताया जाता है कि कुछ लोगों के पास विस्फोटक और हथियार थे।
यूएस कैपिटल्स हिंसा में चार की मौत
यूएस कैपिटल्स में हुई हिंसा में एक महिला सहित चार लोगों की मौत होने की बात सामने आई है। दंगे के आरोप में पुलिस ने 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। ट्रंप के समर्थकों के उत्पात एवं हिंसा को देखते हुए वॉशिंगटन डीसी के मेयर ने 15 दिनों तक आपातकाल लागू कर दिया है। यानि 20 जनवरी तक पुलिस शांति एवं कानून व्यवस्था लागू करने के लिए कड़े कदम उठा सकती है।
दुनिया भर में प्रदर्शनों की हुई निंदा
अमेरिका के इतिहास में पहली बार यूएस कैपिटल्स में इस तरह की हिंसा एवं उपद्रव देखने को मिला है। दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्षों ने इस फसाद पर चिंता एवं निराशा जाहिर की है। अमेरिकी नेता भी इस उपद्रव से अचंभित और हैरान हैं। अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने रिपब्लिकन समर्थकों के हिंसक प्रदर्शन पर नाखुशी जाहिर की है।