नई दिल्ली : डोनाल्ड ट्रंप की 20 जनवरी के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं रहेंगे। वह पूर्व राष्ट्रपति हो जाएंगे। राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद उनकी योजना क्या है, इस बारे में अभी साफ-साफ कुछ पता नहीं है। व्हाइट हाउस के बाद वह कहां पर रहेंगे इसके बारे में भी स्पष्ट जानकारी नहीं है। व्हाइट छोड़ने से पहले उन्होंने अपने विदाई भाषण में लोगों को एकजुट होने, अमेरिका पर गर्व करने और नए राष्ट्रपति जो बिडेन को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं। हालांकि, उनकी भविष्य की योजना क्या है, इसके बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। ह्वाइट हाउस छोड़ने के बाद ट्रंप कहां जाएंगे और क्या करेंगे, इस पर अभी रहस्य बना हुआ है।
गोल्फ खेलने, किताब लिखने में बीतता है समय
अमेरिका के ज्यादातर पूर्व राष्ट्रपतियों का वक्त गोल्फ खेलते हुए बीता है। ट्रंप भी गोल्फ खेलते रहे हैं। कुछ पूर्व राष्ट्रपति अपनी लाइब्रेरी को नए सिरे से सजाते-संवारते हैं तो कुछ पैसे लेकर स्पीच देते हैं। तो कई पूर्व राष्ट्रपति अपने अनुभवों एवं संस्मरणों को किताब की शक्ल देते हैं। ये सारी चीजें पूर्व राष्ट्रपतियों को व्यस्त रखती हैं। ये सारी चीजें उन्हें एक अनुशासित एवं नियम बद्ध जीवनशैली अपनाते में मदद करती हैं। ये बातें ट्रंप पर भी लागू हो सकती हैं। वो गोल्फ खेल सकते हैं या स्पीच दे सकते हैं लेकिन किसी नियम एवं कायदे से वे बंधकर रहेंगे ऐसी उनकी फितरत मालूम नहीं पड़ती है। ट्रंप नियमों से बंधकर रहने वाले व्यक्तियों में से नहीं हैं।
व्हाइट हाउस से जाते-जाते ट्रंप ने बनाया रिकॉर्ड
व्हाइट हाउस छोड़ते समय भी उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। 1969 के बाद ट्रंप अमेरिका के ऐसे पहले राष्ट्रपति बन गए हैं जिन्होंने अपने उत्तराधिकारी के शपथ ग्रहण समारोह में जाने से इंकार किया है। ट्रंप आगे क्या करने वाले हैं इसकी जानकारी अभी किसी को नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्टों में हालांकि यह जरूर कहा गया है कि पूर्व राष्ट्रपति फ्लोरिडा में अपने रिसॉर्ट पर ठहर सकते हैं। हालांकि, कुछ लोगों का दावा है कि ट्रंप ज्यादा समय तक यहां भी नहीं रह सकते।
महाभियोग प्रस्ताव से बढ़ सकती है परेशानी
ट्रंप के अगले कुछ दिन या महीने अपने खिलाफ लाए गए महाभियोग प्रस्ताव को असफल करने की तैयारियों में बीत सकते हैं। छह जनवरी को उनके प्रशंसकों ने यूएस कैपिटल में जो फसाद एवं उत्पात मचाया, उसे लेकर डेमोक्रेट्स काफी नाराज हैं। कुछ रिपब्लिकन सांसदों ने भी प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया। यह मामला आगे बढ़कर यदि सीनेट में पहुंचा और सीनेट ने दो तिहाई बहुमत से ट्रंप को दोषी करार दिया तो भविष्य की राजनीति उनके लिए मुश्किल हो सकती है। ट्रंप ने कहा है कि 2024 में वह एक बार फिर राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे लेकिन सीनेट महाभियोग प्रस्ताव पारित करने के साथ-साथ ऐसा प्रावधान भी कर सकती है कि ट्रंप दोबारा सार्वजनिक पद ग्रहण न कर सकें। महाभियोग मामले में ट्रंप को जेल होने की संभावना नगण्य है।
सोशल मीडिया से भी हैं दूर
छह जनवरी की हिंसा के बाद ट्विटर सहित बड़े सोशल मीडिया मंचों ने ट्रंप पर प्रतिबंध लगा दिया है। ट्रंप ट्विटर पर काफी मुखर रहे हैं और उन्होंने इसकी प्रशंसा भी की है लेकिन अभी उनके पास ट्विटर जैसा ताकतवर मंच नहीं है। ट्रंप कारोबारी हैं। उनके पास पैसे और लोगों की कमी नहीं है। अपने प्रशंसकों से जुड़े रहने और लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ट्रंप अपना कोई नया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या न्यूज चैनल यदि शूरू कर देते हैं तो इस पर किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए।