बीजिंग/नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना से कहा है कि वे किसी भी क्षण युद्ध के लिए तैयार रहें। चीन के राष्ट्रपति का यह बयान देश में सशस्त्र बलों की शक्तियों का विस्तार करने वाले नए संशोधित कानून के इस साल से प्रभाव में आने के बीच आया है, जिसमें उन्होंने सेना से अपने युद्ध कौशल को और तराशने के लिए प्रशिक्षण को मजबूत करने और बिल्कुल चौकस रहने को कहा है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीनी सैन्यबलों ने सोमवार को साल 2021 का पहला सैन्य प्रशिक्षण एवं अभ्यास शुरू किए जाने के बाीच राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि PLA को 'किसी भी क्षण कार्रवाई' के लिए तैयार रहना चाहिए। इसमें चीनी राष्ट्रपति के हवाले से कहा गया है, 'PLA को प्रशिक्षण एवं युद्धक तंत्र में नए औजार, नई तकनीक और नई ऊर्जा को शामिल करना चाहिए।'
'भारत ने दिया चीन को करारा जवाब'
चीनी सेना को शी जिनपिंग का यह संदेश ऐसे समय में आया है, जबकि बीते साल अप्रैल के आखिर से ही पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति बरकरार है। चीन से तनाव के बीच भारत ने भी कहा है कि उसनववे चीनी सेना की 'एकतरफा एवं भड़काऊपूर्ण कार्रवाई' का 'दृढतापूर्वक' जवाब दिया है। रक्षा मंत्रालय की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय सैनिक चीनी सैन्यबलों के किसी भी 'दुस्साहस' का जवाब देने के लिए उत्साह से लबरेज है।
यहां उल्लेखनीय है कि इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि चीन से बातचीत का अब तक कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया है। मौजूदा हालात के बीच उन्होंने सीमा से सैनिकों की तैनाती कम किए जाने से भी इनकार किया था। पूर्वी लद्दाख के विभिन्न पहाड़ी इलाकों में शून्य से भी नीचे तापमान में करीब 50 हजार भारतीय सैनिक फिलहाल उच्च स्तर की युद्ध तैयारी की स्थिति में तैनात हैं। चीनी पक्ष ने भी इतने ही सैनिकों की तैनाती अपने सीमा क्षेत्र में कर रखी है।
शी जिनपिंग का युद्ध क्षमता बढ़ाने पर जोर
सीमा पर तनातनी, भारी संख्या में सैनिकों के जमावड़े और अब तकी बातचीत के बेनतीजा रहने के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इस बयान को लेकर कई अर्थ लगाए जा रहे हैं। 2016 में चीनी सेना के ज्वाइंट ऑपरेशंस कमांड सेंटर के कमांडर इन चीफ बनने के बाद से ही शी जिनपिंग ने सशस्त्र बलों के लिए लड़ाकू तैयारी प्रशिक्षण एवं संयुक्त अभियानों के महत्व पर बार-बार बल दिया है। इस साल भी अपने आदेश में उन्होंने सेना से कहा कि वह अपने अधिकारियों और सैनिकों को सैनिकों को असली युद्ध परिदृश्य में प्रशिक्षित करे।
जिनपिंग ने युद्ध एवं सैन्य अभियानों के बारे में शोध पर अधिक ध्यान देने, अभ्यास को बढ़ाने, आपात स्थिति संबंधी अभ्यास करने के साथ-साथ चौकसी बरतने और किसी भी सैन्य कार्रवाई के लिए हमेशा तैयार रहने को कहा। साल 2021 लगातार चौथा वर्ष है जब शी ने केंद्रीय सैन्य कमीशन की ओर से साल के पहले निर्देश के तौर पर सेना के लिए प्रशिक्षण आदेश जारी किया है। इस तरह का पहला ऐसा आदेश जनवरी, 2018 में जारी किया गया था।