Throwback: केवल बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि भोजपुरी सिनेमा के ऊपर भी कई बार दाग लगे हैं। कई भोजपुरी अदाकाराओं ने क्षेत्रीय निर्देशकों और बॉलीवुड के डायरेक्टर्स पर गंदी हरकत करने का आरोप लगाया है। इस तरह का एक मामला काफी चर्चित है जब भोजपुरी एक्ट्रेस रानी चटर्जी ने भेदभाव और बदतमीजी का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी बताया था कि भोजपुरी सिनेमा में काम करने की वजह से उन्हें क्षेत्रवाद भी झेलना पड़ा।
रानी चटर्जी आज भोजपुरी सिनेमा का बड़ा नाम हैं। उनकी फिल्में और वीडियोज खूब देखे जाते हैं। सोशल मीडिया पर उनकी फॉलोइंग बॉलीवुड सितारों जैसी ही है। रानी ने खुलाया किया था कि उन्हें करियर की शुरुआत में कई परेशानी उठानी पड़ी और एक निर्देशक ने तो उनके साथ बदतमीजी भी की थी। एक मीडिया चैनल से बातचीत में रानी ने बताया था कि वह एक बॉलीवुड के बड़े निर्देशक से मिलने गईं तो उन्होंने बदतमीजी की थी। निर्देशक की हरकत पर रानी चटर्जी ने विरोध किया और कहा कि वो कंफर्टेंबल नहीं हैं।
भोजपुरी के बारे में गलत धारणा
रानी चटर्जी ने कहा कि जब वो वहां से निकलीं तो बहुत रोना आया। वह बहुत रोईं और समझ में आया कि दुनिया में कितने अधिक बुरे लोग हैं।' रानी ने बताया कि लोगों को ऐसा लगता है कि भोजपुरी सिनेमा की अदाकारा है तो फ्रेंडली हो जाएगी।
निर्देशक को कर्मों की मिली सजा
रानी चटर्जी ने निर्देशक का नाम तो नहीं बताया लेकिन कहा कि हर किसी को उनके कर्मों की सजा यहीं पर मिलती है। उनसे बदतमीजी करने वाले निर्देशक का नाम मीटू मूवमेंट के दौरान सामने आया था। आरोप लगाने वाली महिला के साथ भी उसने वैसे ही अश्लीलता की थी जैसे रानी के साथ की।
बता दें कि फिल्म ‘ससुरा बड़ा पैसावाला’ से अपने करियर का आगाज करने वाली रानी चटर्जी ने सौ से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है। ‘ससुरा बड़ा पैसावाला’ वही फिल्म थी, जिससे भोजपुरी फिल्म उद्योग पुनर्जीवित हुआ, तब रानी मात्र 16 साल की थी। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की क्वीन रानी चटर्जी ने सिने स्क्रीन पर अपने सफर के 14 साल पूरे कर लिये हैं।