हिंदुस्तान में एक प्रथा है जिसमें सावन लगते ही कावंड़ियों का समूह हर गांव शहर कस्बे से निकल कर पैदल ही कांवड़ यात्रा पर निकल जाता है। इस कांवड़ यात्रा में बहुत भक्ति और शक्ति लगती है। इसमें पैदल ही मंदिर तक कई सौ किलोमीटर दूर जाना पड़ता है वो भी कंधे पर कांवड़ में बंधे उस जल को लेकर जो उन्होंने किसी पवित्र नदी से उठाया होता है। यह कांवड़ यात्रा का नियम है कि जहां से आप जल उठाएंगे उसके बाद जिस मंदिर में आप जल चढ़ाएंगे वहां तक पैदल ही यात्रा करनी होती है। वह भी पूरी साफ सफाई और निष्ठा के साथ।
इतनी दूर पैदल यात्रा के लिए जाहिर सी बात है शक्ति और ऊर्जा की जरूरत पड़ती है जो यह भोजपुरी गीत उन्हें शक्ति और ऊर्जा देने का काम करते हैं। इन्हीं गीतों में से एक गीत 'बाजे खेसारी का गाना' कांवड़ियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। इस गाने को खास कांवड़ियों के लिए ही फिल्माया और बनाया गया है। देखें खेसारी लाल यादव का यह फेमस सावन स्पेशल गाना जिसे अब तक यूट्यूब पर 7 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा है।