Bhopal: सब्सिडी हड़पने के लिए रचते थे 'लोन का खेल', भंडाफोड़ हुआ तो कई चढ़े पुलिस के हत्थे, ऐसे खुला पूरा मामला

Bhopal: लोन के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में एक पूर्व बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी 3 साल से फरार था, जिसे पंजाब से दबोचा गया है। पुलिस ने इस मामले में कई और लोगों को भी गिरफ्तार किया है।

 Bhopal Bank loan fraud
लोन के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में एक पूर्व बैंक मैनेजर सहित कई गिरफ्तार   |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • लोन के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में पूर्व बैंक मैनेजर गिरफ्तार
  • 3 साल से फरार आरोपी को पुलिस ने पंजाब से दबोचा
  • पुलिस ने इस मामले में कई और लोगों को भी गिरफ्तार किया है

 Bhopal Bank Loan Fraud: राजधानी भोपाल की एमपी नगर पुलिस ने लोन के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में एक पूर्व बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी 3 साल से फरार था, जिसे पंजाब से दबोचा गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी व्यावसायिक लोन की सब्सिडी के लिए व्यापारियों के कागजात दाखिल कर लोन ले लेता था। पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को भी गिरफ्तार किया है।

मामले का खुलासा तब हुआ जब एक कारोबारी बैंक में लोन के आवेदन के लिए पहुंचा। वहां पहुंचने पर उसे पता लगा कि उसके नाम से पहले से लोन लिया हुआ है और इएमआई नहीं चुकाने के चलते वह बैंक का डिफाल्टर घोषित है। इसके बाद कारोबारी शहर के एमपी नगर थाने पहुंचा व मामला दर्ज करवाया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच की तो आरोपी पूर्व बैंक मैनेजर निकला।

पंजाब से धराया आरोपी 

एमपी नगर एसएचओ सुधीर अरजरिया के मुताबिक आरोपी पूर्व बैंक प्रबंधक जेएस मेहरा वर्ष 2020 में पटियाला ब्रांच पंजाब से रिटायर्ड हुआ। इसके बाद भोपाल में खुद का घर होने के बाद भी आरोपी पुलिस से बचने के लिये पंजाब के पटियाला में रेंट पर रह रहा था। एसएचओ के मुताबिक आरोपी को मोबाइल लोकेशन के आधार पर पटियाला से दबोचा गया है। आरोपी जेएस मेहरा हबीबगंज स्थिति एक बैंक की ब्रांच में वर्ष 2008 से 2011 तक मैनेजर के तौर पर तैनात था। आरोपी मूल रूप से दिल्ली का है। एसएचओ के मुताबिक शहर के कारोबारी गणेश मानकर ने थाने में इस आशय का मामला दर्ज करवाया था। जिसमें आरोप लगाया था कि वर्ष 2017 में एक बैंक में ऋण का आवेदन किया तो। जानकारी मिली कि उसके नाम से वर्ष 2010 में कारोबारी ऋण के तौर पर 2 लाख लिए जा चुके हैं। किस्ते नहीं भरने के चलते उसे बैंक ने डिफाल्टर भी घोषित किया है। 

जांच में ये हुआ खुलासा

एसएचओ के मुताबिक आरोपी को जब पुलिस में मामला दर्ज होने की जानकारी मिली तो उसने बकाया लोन की राशि बैंक में जमा करवा दी। जबकि सब्सिडी के 50 हजार रुपए हड़प कर गया। वहीं कारोबारी के मामला दर्ज करवाने के बाद पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी की ओर से लिए गए ऋण का पैसा राजधानी के गोविंदपुरा इलाके में रहने वाली महिला जया बाथम के अकाउंट में जमा किया गया। इसके बाद वर्ष 2021 के जुलाई माह में महिला को अरेस्ट कर पूछताछ की तो पता चला कि अकाउंट उसके पति राकेश बाथम यूज करते हैं। इसके बाद राकेश बाथम से पूछताछ की तो जानकारी मिली कि उसने सारा पैसा बैंक मैनेजर जेएस मेहरा को निकालकर दिया था। इसके बाद पुलिस ने तत्कालीन बैंक प्रबंधक वीके पेशवानी को भी अरेस्ट किया। 

 ऋण के खेल में ये चढ़े पुलिस के हत्थे

एमपी नगर एसएसओ के मुताबिक पुलिस जांच में ऋण के नाम पर किए गए फर्जीवाड़े में शामिल लोगों में गाविंदपुरा के डी सेक्टर निवासी जया बाथम, बैरागढ़ निवासी विनोद कुमार पेशवानी राकेश बाथम, मुख्य आरोपी जेएस मेहरा निवासी स्काई ड्रीम्स कॉलोनी बावडिय़ा कला व कोहेफिजा थाना इलाके में जैन नगर निवासी मनोहर आडवाणी को गिरफ्तार किया गया है। सभी को पुलिस ने फर्जी लोन लेने, आरोपी का सहयोग करने सहित कूट रचित दस्तावेजों को तैयार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 

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