Pragya Singh Thakur : मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता उमा भारती ने बिहार की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी शराबबंदी लागू करने की मांग है। उनकी इस मांग का सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने समर्थन किया है लेकिन उन्होंने आयुर्वेद का हवाला देते हुए यह भी कहा है कि शराब का सेवन यदि सीमित मात्रा में किया जाए तो यह दवा के रूप में काम करता है लेकिन बहुत ज्यादा इसका सेवन जहर हो जाता है, लोगों को यह बात समझनी चाहिए। मध्य प्रदेश में नई शराब नीति को लेकर सियासत गरमा गई है। भाजपा के कई नेताओं ने इस पर बयान दिया है।
दरअसल, उमा भारती ने मध्य प्रदेश में शराबबंदी पूरी तरह से लागू करने के लिए शिवराज सिंह चौहान को जनवरी तक का समय दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में यदि शराबबंदी पूर्ण रूप से लागू नहीं होती तो वह आंदोलन की शुरुआत करेंगी। नई आबकारी नीति पर कांग्रेस भी भाजपा पर हमलावर है और वह उमा भारती के बयान की याद दिला रही है। शराबबंदी लागू कराने के लिए उमा भारती ने मकर संक्रांति के बाद सड़क पर उतरने की घोषणा की है।
गत सितंबर में उमा भारती ने कहा कि जनवरी में वह गंगा यात्रा पर रहेंगी और इसके बाद वह 15 से 20 जनवरी 2022 के बीच वह स्थिति की समीक्षा करेंगी। उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा भरोसा है कि मध्य प्रदेश की सरकार राज्य में शराबबंदी लागू करने के लिए फैसला करेगी। ऐसा नहीं होने पर महिलाएं लट्ठ लेकर सड़क पर उतरेंगी। इस आंदोलन में व्यक्तिगत रूप से मैं भी शामिल होऊंगी।' शराबबंदी की इस मांग पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि उमा भारती पार्टी की सम्मानित नेता हैं, उनकी इस मांग पर सरकार गंभीरता से विचार करेगी।
सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बेतुके बोल आए सामने, बोलीं- शूद्र को शूद्र कह दो तो बुरा लग जाता है
केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने शराबबंदी को लेकर कहा है कि दुनिया इसी से चल रही है। हालांकि उन्हें शराब की कीमतों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
Bhopal News in Hindi (भोपाल समाचार), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharatपर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) से अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।