जब कोई साल खत्म होता है, तो इससे हमें कुछ पाठ सीखने को मिलते हैं जिनको हम अपना भविष्य बेहतर बनाने के अपना सकते हैं। 2021 समाप्त होने जा रहा है, यह सही समय है कि हम इस वर्ष से कुछ महत्वपूर्ण निवेश पाठों पर विचार करें जिन्हें हम 2022 में लागू कर सकते हैं।
कोविड-19 महामारी के बाद 2020 की शुरुआत में स्टॉक मार्केट में बहुत बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। लेकिन बाद के महीनों में मार्केट में फिर से सुधार हुआ और जो निवेशक अपने निवेश के साथ जुड़े रहें उन्होंने काफी आकर्षक रिटर्न प्राप्त किए थे। 2021 में, स्टॉक मार्केट ने नई ऊंचाईंयों को छुआ है। आने वाले समय में करेक्शन की उम्मीद में, कुछ निवेशकों ने अपने एसआईपी को बंद कर दिया या निवेश करना बंद कर दिया। परिणामस्वरूप, वे स्टॉक मार्केट में आई तेजी के लाभ प्राप्त नहीं कर पाए।
ईक्विटी प्रोडक्ट्स को दीर्घकालिक लक्ष्य के साथ लेकर चलना चाहिए। अगर आप दीर्घकालिक नजरिए से निवेश कर रहे हैं, तो आपको अपनी एसआईपी फ्रिक्वेंसी में अल्पकालिक रहने वाली घटना के कारण रूकावट नहीं करनी चाहिए। ईक्विटी मार्केट रिवर्स हो सकती है और अल्पकाल में उसमें गिरावट आ सकती है, लेकिन दीर्घकाल में इसमें वर्तमान स्तर की तुलना में और भी अधिक ऊंचाईयों को छूने की संभावना है। अक्सर एसआईपी को रोक देने से आपकी बचत करने की योग्यता में कमी आती है और हो सकता है कि आप उस पैसे को किसी दूसरी जगह खर्च कर दें। इसलिए, जब तक कि आपके सामने वित्तीय इमरजेंसी न हो, आपको अपनी एसआईपी को बन्द नहीं करना चाहिए। महत्वपूर्ण बात यह है कि आप धैर्य बनाए रखें और दीर्घकाल के लिए अपने निवेश के साथ जुड़े रहें।
2021 में, डेट निवेश पर रिटर्न निम्न ही बना रहा, जबकि ईक्विटी निवेश पर रिटर्न अभूतपूर्व था। 2021 के दौरान निवेशकों के लिए उच्च इंफ्लेशन रेट एक चिंता का विषय बना रहा, खास तौर पर जोखिम से दूर रहने वाले निवेशकों के लिए यह बात सत्य है। सावधि जमा, जिसे जोखिम से दूर रहने वाले निवेशकों द्वारा निवेश के तौर पर पसंद किया जाता है, की तुलना में इंफ्लेशन अधिक ही बनी रही। इसकी तुलना में, ईक्विटी निवेश से आकर्षक रिटर्न प्राप्त हुए जो वर्तमान इंफ्लेशन रेट की तुलना में उच्चतर थे।
इसलिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप अपने निवेश पोर्टफोलियो को समझदारी से डिजाइन करते हैं। आपको अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और वित्तीय लक्ष्य के साथ अनेक इंस्ट्रुमेंट्स में निवेश करना चाहिए ताकि आप इंफ्लेशन और उतार-चढ़ाव को कम कर सकें और साथ ही निवेश पर अपेक्षित रिटर्न को भी प्राप्त कर सकें।
ईक्विटी रिटर्न में बढ़ोतरी के साथ और अपने पोर्टफोलियो जोखिम को कम करने अपने निवेश पोर्टफोलियों की रिबैलेंसिंग करना बहुत मायने रखता है। उदाहरण के लिए, आपने अपनी कुल पूंजी में से 60 प्रतिशत हिस्सा ईक्विटी इंस्ट्रुमेंट्स में लगा रखा है और 40 प्रतिशत डेट इंस्ट्रुमेंट्स में। 2021 में, स्टॉक मार्केट में तेजी आई तथा आपके पोर्टफोलियो मिक्स में परिवर्तन हुआ और यह 80 प्रतिशत ईक्विटीजी और 20 प्रतिशत डेट में हो जाता है। इसका अर्थ है कि अब आपको रिस्क एक्स्पोजर बढ़ गया है क्योंकि आपके पोर्टफोलियो में ईक्विटी अधिक है। इसलिए, आपको अपने वित्तीय लक्ष्य के अनुसार अपने पोर्टफोलियो को रिअलाइन करना होगा जिसमें ईक्विटी एक्स्पोजर को 80 प्रतिशत से 60 प्रतिशत तक कम करना होगा और डेट निवेश में बढ़ोतरी करनी होगी यानी 20 प्रतिशत के स्तर से बढ़ाकर उसे 40 प्रतिशत करना होगा। आप 60:40 पोर्टफोलियो स्ट्रक्चर को बनाए रखने के लिए निवेश को ईक्विटी से डेट में स्विच कर सकते हैं।
2021 में विभिन्न प्रकार के निवेश प्रोडक्ट द्वारा प्रदान किए गए रिटर्न में काफी बड़ा अंतर देखा गया था। गोल्ड और डेट निवेश मौटे तौर पर रेंज-बाउंड रहे, ईक्विटी क्लासेज द्वारा नई ऊंचाईयों को छुआ गया। 2020 की मंदी से रियल्टी मार्केट में रिकवरी देखने को मिली और 2021 में काफी अच्छी रिकवरी देखी गई। क्या होता यदि आपने केवल डेट या गोल्ड में ही निवेश किया होता? आपने ईक्विटी इंस्ट्रुमेंट्स द्वारा प्रदान किए गए उच्च रिटर्न को गंवा दिया होता। लेकिन, ईक्विटी मार्केट से हमेशा एक जैसे रिटर्न नहीं मिल सकते और इसमें गिरावट होने के जोखिम हैं, इसलिए अल्पकाल में आपके लिए पूंजी को खो बैठने के जोखिम हैं। विभिन्न प्रकार के निवेश इंस्ट्रुमेंट्स द्वारा ऑफर किए जाने वाले लाभों को एवरेज आउट करने के लिए और उनसे जुड़े जोखिम को कम करने के लिए, आपको विभिन्न प्रकार की एस्स्टेस क्लासेज में निवेश को डायवर्सिफाई करना होगा।
कुछ लोग निवेश प्रोडक्ट्स को चुनते समय केवल पिछले परफार्मेंस पर ही भरोसा करते हैं। किसी निवेश के पिछले पर्फार्मेंस से इसके भविष्य के परफार्मेंस की गारंटी नहीं मिलती है। निवेशकों के लिए पिछले दो वर्ष अभूतपूर्व रहे थे और भविष्य के नतीजे आपके पूर्वानुमान के अनुसार नहीं हो सकते हैं। आपको जारी सिनेरियों के अनुसार ही किसी निवेश प्रोडक्ट का मूल्यांकन करना और अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार दीर्घकाल के लिए ही निवेश करना चाहिए।
2021 के सीखे गए पाठों से आपको 2022 और इसके बाद सही निवेश निर्णय करने में मदद मिल सकती है। आपको अपना ध्यान केन्द्रित रखना होगा, निवेश में बने रहने होगा, नियमित निवेश करना होगा और सूचित निवेश फैसले लेने होंगे। वित्तीय मार्केट से जुड़ी खबरों और नई बातों की जानकारी रखें ताकि निवेश गेम में आप शीर्ष पर बने रह सकें।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
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