रिलायंस-फ्यूचर डील: क्रिमिनल केस दर्ज करने की योजना बना रहा अमेजन, जानें क्यों

बिजनेस
डिंपल अलावाधी
Updated Mar 03, 2022 | 12:22 IST

Reliance-Future Deal: अमेजन का आरोप है कि फ्यूचर ने कानूनी कार्यवाही के दौरान जानकारी छुपाई और कथित तौर पर अपने स्टोर के पट्टों को प्रतिद्वंद्वी रिलायंस को हस्तांतरित कर दिया।

Amazon may file criminal case against Future Retail because of store transfers to Reliance
रिलायंस-फ्यूचर डील: क्रिमिनल केस दर्ज करने की योजना बना रहा अमेजन, जानें क्यों  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • अमेजन ने कहा है कि फ्यूचर ने 2019 के सौदे की शर्तों का उल्लंघन किया है।
  • इस सौदे में अमेरिकी कंपनी ने भारतीय कंपनी में 200 मिलियन डॉलर का निवेश किया था।
  • फ्यूचर ने कहा था कि एमेजन उसके खुदरा कारोबार में गलत तरीके से दखल दे रहा है।

Reliance-Future Deal: अमेरिकी कंपनी अमेजन (Amazon) इस हफ्ते अपने भारतीय पार्टनर फ्यूचर रिटेल (Future Retail) के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज कर सकती है। मामले की जानकारी रखने वाले तीन सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि कानूनी प्रतिबंध के बावजूद एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी को संपत्ति के ट्रांसफर की अनुमति देने के लिए यह मामला दर्ज हो सकता है।

एक साल से अधिक समय से, अमेजन और फ्यूचर ग्रुप कानूनी गतिरोध में हैं। अमेजन की वजह से फ्यूचर और रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) की करीब 24000 करोड़ रुपये की डील पर अड़ंगा है। अमेजन ने कुछ अनुबंधों के उल्लंघन का हवाला देते हुए 2020 के बाद से फ्यूचर द्वारा संपत्ति की बिक्री को सफलतापूर्वक रोका है। मालूम हो कि फ्यूचर भारत का दूसरा सबसे बड़ा रिटेलर है। कंपनी किसी भी गलत काम से इनकार करती रही है।

रिलायंस ने फ्यूचर के स्टोर्स को रीब्रांड करना शुरू किया
रॉयटर्स ने इस हफ्ते बताया था कि रिलायंस ने फ्यूचर के लगभग 500 स्टोर्स को अपने आउटलेट के रूप में रीब्रांड करना शुरू कर दिया है। रिलायंस ने पहले फ्यूचर के कुछ प्रमुख सुपरमार्केट के पट्टों को अपने नाम पर ट्रांसफर कर दिया था, लेकिन फ्यूचर को उनका संचालन जारी रखने की अनुमति दी थी। सूत्रों ने कहा है कि फ्यूचर द्वारा किराये का भुगतान करने में विफल रहने के बाद रिलायंस ने अब उन पर कब्जा करना शुरू कर दिया है।

अमेजन ने नई दिल्ली की एक अदालत में फ्यूचर के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करने की योजना बनाई है और अदालत से मामले की जांच का आदेश देने का आग्रह किया है।

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर