जब क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल स्मार्ट तरीके और जिम्मेदारी से किया जाता है, तो यह किसी अन्य पेमेंट टूल से कहीं अधिक बेहतर साबित हो सकता है। वास्तव में, समझदारी से क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से आपको अपने रोजमर्रा के खर्चों में कैशबैक और रिवार्ड प्वाइंट्स से जुड़े अधिक से अधिक लाभ मिल सकते हैं। लेकिन, ऐसा करने के लिए, आपको क्रेडिट कार्ड के फीचर्स की पूरी जानकारी होनी चाहिए और साथ ही सोचे समझे फैसले लेने के लिए एसोसिएटेड चार्जेस की भी जानकारी होनी चाहिए, विशेष रूप से अगर आप क्रेडिट कार्ड का पहली बार इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां क्रेडिट कार्ड से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण चार्जेज के बारे में बताया गया जिनकी आपको जानकारी जरूर होनी चाहिए।
क्रेडिट कार्ड से किए जाने वाले समस्त खर्च का पूरा भुगतान ब्याज-रहित अवधि में हर बिलिंग साइकल (आमतौर पर 50 दिन) के भीतर किया जाना जरूरी है। ब्याज-रहित अवधि के बाद बकाया राशि पर क्रेडिट कार्ड के नियमों और शर्तों के अनुसार चार्जेज लिए जाते हैं। यह चार्ज प्रति माह 2% से 4.5% हो सकते हैं। इसलिए, आपको हमेशा अपना क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल जिम्मेवारी से करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आप हर महीने ब्याज-रहित अवधि के दौरान अपने पूरे ड्यूज का भुगतान कर देते हैं ताकि ब्याज चार्जेस से बचा जा सके। साथ ही, अनक्लियर्ड क्रेडिट कार्ड ड्यूज, का भुगतान मासिक ब्याज चार्जेज के कारण बहुत जल्द ही करना पड़ता है, जिसके कारण व्यक्ति कर्ज के जाल में फंस सकता है और साथ ही आपके क्रेडिट स्कोर पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन, यह बात नोट कर लें कि केवल मिनिमम अमाउंट राशि का भी भुगतान करने से आपकी बकाया राशि पर ब्याज चार्जेज से बचने में सहायता नहीं मिलती है।
अगर आप अपनी न्यूनतम देय राशि या कुल बकाया राशि का भुगतान हर महीने नियत अंतिम तारीख तक नहीं करते हैं, तो ब्याज चार्जेज के साथ लेट पेमेंट शुल्क भी आपको देना पड़ेगा। यह ज्यादातर स्टेंडर्ड शुल्क होता है, लेकिन अधिक ब्यौरे के लिए अपने क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर से जांच कर लें। यहां यह दोहराना सही होगा कि समय पर अपने ड्यूज का भुगतान करने से यह तय किया जा सकेगा कि न तो आपको ब्याज चार्जेज देने हैं और न ही आपने लेट पेमेंट शुल्क देना होगा, और इससे आपको अपने क्रेडिट स्कोर में सुधार करने में भी सहायता मिलेगी।
कभी कभी इस फीस को आपके द्वारा प्रयोग किए जा रहे क्रेडिट कार्ड के वैरिएंट के आधार पर लगाया जाता है। कार्ड प्रदाता द्वारा वार्षिक फीस के बारे में क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ता को एडवांस में बताया जाता है। वार्षिक सदस्यता शुल्क को 12 महीनों की अवधि के लिए कार्ड अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए चार्ज किया जाता है। इस फीस को अपफ्रंट (जिसे ज्वाइनिंग फीस के रूप में जाना जाता है) या कार्ड के इस्तेमाल करने के 12 महीने बाद (जिसे वार्षिक फीस के रूप में जाना जाता है) चार्ज किया जा सकता है। ये कहने के बाद, ऐसे कार्ड वैरिएंट की कोई कमी नहीं है जिनके लिए कोई ज्वाइनिंग या वार्षिक फीस नहीं ली जाती है। इसके अलावा, ऐसे कार्ड वैरिएंट भी हैं जो वार्षिक फीस चार्ज करते हैं, लेकिन, उसे कुछ खास, पहले से ही तय शर्तों को पूरा करने जैसे नियत समय के अंदर टार्गेट लिमिट से अधिक खर्च करना (जैसे 3 महीने, 6 महीने या 1 वर्ष), के बाद उसे माफ कर दिया जाता है। ऐसे भी कुछ अवसर होते हैं जिनमें एलिजब कार्ड खर्चे के आधार पर अर्जित रिवार्ड प्वाइंट्स का इस्तेमाल वार्षिक शुल्क बाध्यता की, नियम और शर्तों के अनुसार, अदायगी की जा सकती है। आमतौर पर बेसिक कार्ड वैरिएंट शून्य या निम्न वार्षिक शुल्क के आधार पर दिया जाता है, जबकि प्रीमियम कार्ड के लिए बहुत अधिक सदस्यता शुल्क वसूले जाने की संभावना होती है। साथ ही, अनेक कार्ड्स के साथ ज्वाइनिंग या वार्षिक शुल्क की अदायगी करने पर वेलकम बोनस या अतिरिक्त लाभ दिए जाते हैं। क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ता को यह सलाह दी जाती है कि वे उनके लिए लागू होने वाली वार्षिक फीस के बारे में पूरी स्पष्ट जानकारी प्राप्त कर लें और साइन अप करने से पहले इसकी अफॉर्डिबिलिटी का मूल्यांकन कर लें।
अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके एटीएम से कैश निकलवाने पर आपके बैंक द्वारा कैश एडवांस फीस की वसूली की जाती है। यह फीस निकाली गई राशि की 3% (जमा कर) या अधिक हो सकती है जो कार्ड के वैरिएंट पर निर्भर करता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको कैश निकाली गई राशि को चुकाने के लिए ब्याज रहित अवधि प्रदान नहीं की जाती है क्योंकि ब्याज चार्जेस को लेनदेन की तारीख से ही लगाया जाता है। अगर आप इन ड्यूज को चुकाने में देरी करते हैं, तो अतिरिक्त जुर्माने और चार्जेस लिए जा सकते हैं जिन्हें कुल बकाया राशि में जोड़ा जाता है। इसलिए, यह कहना गलत नहीं होगा कि आपको अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कैश निकालने के लिए नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके साथ बहुत अधिक चार्जेज जुड़े रहते हैं।
सभी क्रेडिट कार्ड सेवाओं पर 18% की दर से माल और सेवा कर (जीएसटी) लगाया जाता है। इसमें क्रेडिट कार्ड ब्याज चार्जेज, वार्षिक सदस्यता शुल्क, कैश एडवांस शुक्ल आदि शामिल होते हैं। आप हर महीने ब्याज-रहित अवधि में अपनी पूरी बकाया राशि को चुका कर ब्याज चार्जेज पर जीएसटी से बच सकते हैं।
अधिकांश कार्ड जारीकर्ता आपके क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की हैंडलिंग का लाभ ऑफर करते हैं। लेकिन, इससे पहले की आप अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के लिए करें, यह बात समझ लें कि विदेशी लेनदेन पर अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है। शामिल राशि के हिस्से को भारतीय रुपए में कंवर्ट किया जाता है और उसे विदेशी लेनदेन शुल्क के रूप में चार्ज किया जाता है।
सभी क्रेडिट कार्ड पूर्व परिभाषित क्रेडिट लिमिट के साथ प्रदान किए जाते हैं। लेकिन, कुछ कार्ड जारीकर्ता आपको क्रेडिट लिमिट से अधिक खर्च करने की अनुमति देते हैं (हालांकि अन्य कार्ड वैरिएंट में यह सुविधा नहीं होती है)। लेकिन वे इस सर्विस के लिए ओवर-लिमिट शुल्क की वसूली करते हैं। ओवर लिमिट शुल्क मान लीजिए क्रेडिट लिमिट से ऊपर खर्च की गई राशि का 2.5% हो सकता है (इसके अलावा 18% जीएसटी) तथा इसे आपकी बिलिंग स्टेटमेंट में जोड़ दिया जाता है। यह ध्यान दें कि ओवर-लिमिट शुल्क की वसूली तब भी की जाएगी जब आप अपनी क्रेडिट लिमिट से एक रुपया भी अधिक खर्च करते है। यह हमेशा अच्छा रहेगा कि आप अपने कार्ड की क्रेडिट लिमिट से अपने कार्ड पर 30% ही खर्च करते हैं ताकि न केवल आप ओवर लिमिट फीस देने से बच सकें बल्कि इसके साथ-साथ आप अपने क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव को भी न्यूनतम रख पाएंगे।
इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
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