आज की पीढ़ी के लिए मोबाइल से चिपके रहना या अपने कंप्यूटर या लैपटॉप कीपैड पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताना आम है। सोशल मीडिया चैनलों के प्रसार और वेबसाइटों से मिलने वाली जानकारी ने सूचना हासिल करने के लिए लोगों का रूझान इंटरनेट की तरफ मोड़ दिया है। भारत में इंश्योरेंस कंपनियों ने यह महसूस किया कि उनके लक्षित ग्राहक ज्यादातर इंटरनेट पर समय बिताते हैं।
इसके मद्देनजर उन्होंने अपनी वेबसाइट के माध्यम से या अपने इंश्योरेंस प्रॉडक्ट्स की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए इंश्योरेंस वेब एग्रीगेटर्स के साथ हाथ मिलाकर प्रॉडक्ट्स बेचने शुरू कर दिए। इस तरह ऑनलाइन इंश्योरेंस की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। इंश्योरेंस खरीदने के बहुत से इच्छुक ग्राहक ऑनलाइन मोड से इंश्योरेंस खरीदने के फायदों को नहीं समझते हैं।
पहले बहुत लोग इंटरनेट बैंकिंग धोखाधड़ी के डर से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं करना चाहते थे। हालाँकि, इंश्योरेंस कंपनियों और वेब एग्रीगेटर्स द्वारा अपनाए गए कड़े बैंकिंग नियमों और प्रीमियम भुगतान के आसान विकल्पों ने अब ग्राहकों के लिए राह आसान कर दी है। अब वे उपलब्ध ढ़ेरों ऑनलाइन इंश्योरेंस विकल्पों में से किसी एक को चुन सकते हैं। और अपने कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं।
इंश्योरेंस प्लान के ढ़ेरों विकल्प :
आप जिस प्रकार का इंश्योरेंस खरीदना चाहते हैं, सिर्फ उस पर फोकस करने के बजाए आपको यहाँ कई अन्य विकल्प भी देखने को मिलते हैं। जिनमें किसी एक का चुनाव आप कर सकते हैं। यह आपको किसी एक इंश्योरेंस पॉलिसी पर सीमित ध्यान केंद्रित करने के बजाय आगे की बड़ी तस्वीर देखने में मदद करता है। इच्छुक ग्राहक इंश्योरेंस प्लान के फायदे और नुकसान को देखते हुए इंश्योरेंस विकल्पों में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं।
पूरी जानकारी:
ऑफलाइन प्रक्रिया में आप पूरी तरह से एजेंटों की सलाह या उनके द्वारा दी गई सीमित जानकारी पर निर्भर रहते हैं। वहीं ऑनलाइन माध्यम में आप इंश्योरेंस से संबंधित हर जानकारी को आसानी से हासिल कर सकते हैं। इंश्योरेंस कंपनी की वेबसाइट्स पर आपके द्वारा खरीदे जाने वाले इंश्योरेंस, प्लान बेनेफिट्स और प्रीमियम चार्जेज, प्रीमियम फ्रीक्वेंसी ऑप्शंस और अतिरिक्त लाभ के बारे में पर्याप्त जानकारी मिल जाती है, जो सही निर्णय लेने में आपकी मदद करते हैं।
सस्ते प्रीमियम:
ऑनलाइन प्रीमियम भुगतान का तात्पर्य यह है कि इंश्योरेंस कंपनियों को एजेंटों के कमीशन या बिक्री पर होने वाला खर्च, डॉक्यूमेंटेशन या अन्य पॉलिसी कॉस्ट पर खर्च नहीं करना पड़ता। ऐसे में ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदना एक सस्ता विकल्प बन जाता है। जो लोग इंश्योरेंस पॉलिसियों के प्रीमियम पर बचत करना चाहते हैं वे ऑनलाइन इंश्योरेंस को तवज्जो देते हैं।
आसान, तेज़ और सरल:
'गेट… सेट… गो' ये ही ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने के पीछे का मंत्र है। चेकों पर हस्ताक्षर करने और उन्हें एजेंटों या इंश्योरेंस कंपनियों को सौंपने में समय बर्बाद करने के बजाय ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदना बहुत आसान है। इसमें सिर्फ आपको अपना विवरण भरना और बटन पर क्लिक करके प्रीमियम का भुगतान करना होता है। इस तरह आपके समय की बचत होने के साथ ही सुरक्षित ट्रांजेक्शन भी होता है। इसके अलावा ऑनलाइन प्रीमियम भुगतान की प्रक्रिया बेहद आसान होने से आपको तकनीक का मास्टर होने की जरूरत नहीं है।
ऑफर्स और डिस्काउंट्स:
सीजनल ऑफ़र्स या बार-बार डिस्काउंट्स किसको अच्छा नहीं लगता? ये महसूस करते हुए कि लोग डिस्काउंटेड आइटम्स की खरीदारी ज्यादा पसंद करते हैं, इंश्योरेंस कंपनियों ने ऑनलाइन वाहन इंश्योरेंस पॉलिसियाँ खरीदने वालों के लिए रियायती प्रीमियम ऑफर देना शुरू कर दिया है। क्रेडिट कार्ड कंपनियाँ भी अपने ग्राहकों को उनके वाहन इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान क्रेडिट कार्ड से करने पर छूट देती हैं।
व्यापक कवरेज:
ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने के इच्छुक संभावित ग्राहकों को आकर्षित करने की होड़ में कई इंश्योरेंस कंपनियाँ उनको कई अतिरिक्त लाभ दे रही हैं। जबकि एजेंटों के माध्यम से बेची जाने वाली ऑफ़लाइन इंश्योरेंस पॉलिसियों में ऐसी कोई छूट नहीं मिलती। इसका ये मतलब है कि व्यापक कार इंश्योरेंस पॉलिसी में बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के एक सिंपल ऐड-ऑन कवर शामिल किया जा सकता है।
झटपट क्लेम सेटलमेंट :
तकनीक की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसने हमारे जीवन को आसान बना दिया है। ऑनलाइन पॉलिसी बेचने वाली इंश्योरेंस कंपनियाँ पॉलिसीधारकों के क्लेम का त्वरित निपटारा करती हैं। बिना किसी परेशानी के ऑनलाइन क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया काफी आसान होती है। कई कंपनियां अपने ग्राहकों की सहूलियत के लिए अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक प्रोसेसिंग ऑटोमेशन जैसी कई उन्नत तकनीकों को अपना रही हैं।
इंश्योरेंस डॉक्यूमेंट्स को तत्काल जारी करना:
ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने और पहली प्रीमियम किस्त का भुगतान करने के के बाद इंश्योरेंसकर्ता को पीडीएफ फॉर्मेट में इंश्योरेंस डॉक्यूमेंट्स तत्काल मिल जाता है। और ग्राहक उसका प्रिंट आउट ले सकता है। ऑनलाइन इंश्योरेंस में फ्री-लुक पीरियड वही रहता है। इसका मतलब है कि ग्राहक अपनी अपनी जरूरतों के मुताबिक पॉलिसी में बदलाव कर सकते हैं और नई इंश्योरेंस कंपनी में शिफ्ट कर सकते हैं।
चैटबोट हेल्प:
ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने से पहले आवश्यक जानकारी हासिल करने के लिए टेक्नोलॉजी-इनेबल्ड चैटबॉट्स एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है। इसके माध्यम से साथ अब ग्राहकों को अपने प्रश्नों का जवाब रियल टाइम मैनर में मिल जाता है।
आज लोगों के पास समय की कमी है। ऐसे में इंश्योरेंस प्रॉडक्ट्स को अच्छी तरह से समझने और अपनी जरूरतों के मुताबिक पॉलिसी खरीदने के लिए ऑनलाइन इंश्योरेंस एक बेहतर विकल्प है। एजेंटों की मार्केटिंग रणनीति अब उतनी भरोसेमंद नहीं रहीं। ऐसे में इंश्योरेंस खरीदने के इच्छुक ग्राहकों को पॉलिसी खरीदने से पहले इंश्योरेंस प्रॉडक्ट्स के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के लिए कंपनी की वेबसाइट्स और एग्रीगेटर पोर्टल्स की ओर रुख करना होगा।
(इस लेख के लेखक, Policybazaar.com के मोटर इंश्योंरेंस प्रमुख सज्जा प्रवीण चौधरी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।)
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