नई दिल्ली। बीजेपी सांसद हेमामालिनी हाल ही में केंट आरओ के एक विज्ञापन की वजह से आलोचना का शिकार बन गईं। उन्होंने केंट द्वारा आटा विज्ञापन पर ऐतराज जाहिर किया तो कंपनी भी हरकत में आई और उस विवादित विज्ञापन को हटा लिया गया। केंट के एमडी ने कहा कि वो इस तरह के विज्ञापन या विचारों के हिमायती नहीं है। जैसे ही यह मामला उनके संज्ञान में आया उन्होंने तुरंत विज्ञापन को हटाने का निर्देश दिया और सार्वजनिक तौर पर ग्राहकों से माफी भी मांग ली।
विज्ञापन पर बवाल, हेमामालिनी ने दी सफाई
केंट प्रबंधन द्वारा विज्ञापन को हटाये जाने के बाद सांसद हेमामालिनी ने ट्वीट करते हुए कहा कि जो कुछ भी दिखाया गया था वो उनके विचारों से मेल नहीं खाता है औक वो ठीक नहीं था। इस विषय पर कंपनी के चेयरमैन पहले ही सार्वजनिक तौर पर क्षमा याचना कर चुके हैं। वो समाज के सभी वर्गों का सम्मान करती हैं लिहाजा सार्वजनिक तौर विचारों को सामने रख रही हूं।
आटा गूंथने पर था विज्ञापन
सोशल मीडिया पर इस विवादित विज्ञापन ने सुर्खियां बटोरी। स्क्रीन शॉट जो शेयर किये गए थे जो इंस्टाग्राम के थे। अगर इन स्क्रीन शॉट्स को देखें कुछ ऐसी लाइंस लिखी हैं जिसके बाद विवाद हो गया। सवाल ऐसे था जैसे कि क्या आपकी मेड हाथ से आटा गूंथती है? उसके हाथ संक्रमित हो सकते हैं। यही वो लाइन थीं जिस पर ज्यादातर यूजर्स को आपत्ति थी। इसे क्लासिस्ट, रेसिस्ट और भेदभाव करने वाला बताया गया। कुछ यूजर्स ने एड की फ्रेमिंग गलत बताते हुए माफी मांगने की मांग की। लोगों ने लिखा था कि हाथ तो किसी के भी संक्रमित हो सकते हैं।
(इस विज्ञापन पर मचा था बवाल जिसे केंट ने हटा लिया)
विज्ञापन विवाद में स्वरा भाष्कर भी कूद पड़ी थीं। उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक समाज में कोई कंपनी इस सोच के साथ कैसे चल सकती है। सबसे बड़ी बात यह थी कि जिस एड कंपनी ने इस विज्ञापन को बनाया वाहियात थी। समाज के किसी भी वर्ग को अपमानित करने का अधिकार किसी को भी नहीं है। जो लोग इस कृत्य में शामिल थे उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
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