नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने सॉवरेन गारंटी बांड जारी कर 8,500 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जुटाई है। कंपनी के इस निर्गम में सरकारी कोषों तथा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने भाग लिया। सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी के पुनरोद्धार के लिए 8,500 करोड़ रुपये के सॉवरेन गारंटी बांड जारी करने की मंजूरी दी थी। बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी. के. पुरवार ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि कंपनी एक साल में 18,000 करोड़ रुपये की संपत्तियों की बिक्री की भी योजना बना रही है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि अभी घाटे में चल रही यह कंपनी वित्त वर्ष 2021 में परिचालन लाभ की स्थिति में आ जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने बांड को सुबह 10:30 बजे खोला और 12 बजे बंद कर दिया। बांड को दोगुना से अधिक अभिदान मिला। हमें 17,170 करोड़ रुपए से अधिक की बोलियां मिलीं, लेकिन हमने बांड के मंजूर आकार के हिसाब से 8,500 करोड़ रुपये ही स्वीकार किए।
बीएसएनएल को इसके लिए 17,183 करोड़ रुपए की 229 बोलियां मिलीं। ये बांड 6.79 प्रतिशत सालाना की कूपन दर पर 10 साल के लिए जारी किए गए हैं। बीएसई ने बयान में कहा कि बीएसएनएल ने अपना पहला बांड निर्गम सफलतापूर्वक पूरा किया और बीएसई बांड प्लेटफॉर्म के जरिये निजी नियोजन के आधार पर बांड जारी कर 8,500 करोड़ रुपए जुटाए।
बीएसएनएल के बांड निर्गम में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बांड, राष्ट्रीय पेंशन योजना, भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक ने भाग लिया।
पुरवार ने कहा कि एसबीआई ने इस निर्गम में सीधे 1,500 करोड़ रुपये का योगदान दिया। उन्होंने कहा कि कंपनी ने 5जी परीक्षण के लिए आवेदन किया है, लेकिन कंपनी सरकार के दिशानिर्देशों के आधार पर भागीदार की समीक्षा करेगी। बीएसएनएल ने 5जी परीक्षण के लिए चीन की दूरसंचार उपकरण कंपनी जेडटीई के साथ आवेदन किया है। चीन की कंपनी बीएसएनएल को करीब 44 प्रतिशत मोबाइल नेटवर्क उपकरणों की आपूर्ति कर चुकी है।
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