स्वेज नहर (Suez Canal) में लगभग एक सप्ताह से फंसे विशालकाय मालवाहक पोत को अंततः सोमवार को निकाल लिया गया जिसके बाद विश्व के सबसे अहम जलमार्गों में से एक पर आया संकट समाप्त हो गया। पोत के फंसे होने से समुद्री परिवहन में प्रतिदिन अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा था। रेतीले किनारे पर अटके 'एवर गिवेन' (Ever Given) नामक पोत को निकालने में कई 'टगबोट' का इस्तेमाल किया गया जहां वह 23 मार्च से फंसा हुआ था।
पोत को निकालने के लिए 'बोस्कालिस' कंपनी की सहायता ली गई। कंपनी के सीईओ पीटर बरडोस्की ने कहा, 'हमने उसे निकाल लिया। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे विशेषज्ञों के दल ने स्वेज नहर प्राधिकरण के सहयोग से एवर गिवेन को सफलतापूर्वक जल के बीच में दोबारा लाने में कामयाबी हासिल की है। इसके बाद स्वेज नहर में आवागमन बहाल हो गया।'
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बताया जा रहा है कि इस जहाज पर लदे कंटेनरों में से तकरीबन 20 कंटेनरों में सेक्स टॉय भरे हुए थे। इन सेक्स टॉय को क्रिसमस और वेलेंटाइन डे के लिए बेचा गया था इससे जुड़ी कंपनी का कहना था कि अगर इनको अफ्रीका का चक्कर लगाकर भेजा जाता तो उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ता।
स्वेज नहर प्राधिकरण के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल ओसामा रबेई ने कहा कि नहर में स्थानीय समयानुसार शाम छह बजे आवागमन बहाल हुआ।उन्होंने कहा कि सबसे पहले पशुओं को ढोने वाले पोतों को जाने दिया गया। स्वेज शहर के तट पर फंसे कंटेनर लदे पोतों को लाल सागर में जाते देखा गया।
रबेई ने कहा था कि 420 में से 113 पोतों को निकाल दिया जाएगा जो एवर गिवेन के फंसने के कारण रुके थे। विश्लेषकों का मानना है कि रुके हुए सभी पोतों को निकालने में 10 दिन का समय लग सकता है।
एक अनुमान के मुताबिक पोत के फंसने से प्रतिदिन नौ अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो रहा था। नहर में फंसे सैकड़ों अन्य पोत भी निकलने का इंतजार कर रहे थे। इसके अलावा दो दर्जन से अधिक पोतों ने एशिया और यूरोप के बीच यात्रा करने के लिए केप ऑफ गुड होप से होकर जाने का विकल्प चुना था जिससे माल पहुंचने में देर हो रही थी।
वीडियो साभार- Joyce Karam_Twitter
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