DGCA notice to SpiceJet: विमानन नियामक डीजीसीए (DGCA ) ने पिछले 18 दिनों में तकनीकी खामी की आठ घटनाओं के बाद बुधवार को स्पाइसजेट (show cause notice to SpiceJet) को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा गया है, 'घटना की समीक्षा से पता चलता है कि आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण खराब है और रखरखाव को लेकर पर्याप्त कदम नहीं (चूंकि ज्यादातर घटनाएं कलपुर्जों या प्रणाली के काम न करने से संबंधित हैं) उठाये जाने से सुरक्षा में कमी आयी है।'
विमान नियम 1937 के नियम 134 और 11वीं अनुसूची के अनुरूप एक सुरक्षित, दक्ष एवं भरोसेमंद हवाई सेवा प्रदान करने में विफल रही है। नोटिस में कहा गया कि एक अप्रैल 2022 से लेकर अब तक स्पाइसजेट एयरलाइन की उड़ानों में विमानों को लेकर कई घटनाएं सामने आयीं हैं जिनकी समीक्षा की गयी और पाया गया कि विमान या तो उड़ान के प्रारंभ के स्थान पर वापस लौटा अथवा ऐसे स्थानों पर उतरा जहां संरक्षा के मानदंड घटिया दर्जे के थे।
कराची और कांडला के बाद मंगलवार को स्पाइस जेट का एक मालवाहक विमान जो चीन में चोंगकिंग जा रहा था उसे कोलकाता लौट आया क्योंकि पायलटों को उड़ान भरने के बाद एहसास हुआ कि उसका मौसम रडार काम नहीं कर रहा है।
2 जुलाई को, जबलपुर जाने वाली स्पाइसजेट की एक फ्लाइट क्रू मेंबर्स के केबिन में लगभग 5,000 फीट की ऊंचाई पर धुआं देखने के बाद दिल्ली लौट आई। 24 और 25 जून को उड़ान भरते समय दो अलग-अलग स्पाइसजेट विमानों पर दरवाजे में खराबी की चेतावनी दी गई, जिससे उन्हें अपनी यात्रा बीच में छोड़कर वापस लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। 19 जून को, पटना हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद 185 यात्रियों को लेकर वाहक के दिल्ली जाने वाले विमान के एक इंजन में आग लग गई और विमान ने कुछ मिनट बाद आपातकालीन लैंडिंग की। पक्षी के टकराने से इंजन में खराबी आ गई।।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने स्पाइसजेट को नोटिस पर जवाब देने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया है।नोटिस के अनुसार, 'डीजीसीए द्वारा सितंबर 2021 में किए गए वित्तीय आकलन से यह भी पता चला है कि एअरलाइन द्वारा संरक्षा संबंधी आपूर्तिकर्ताओं द्वारा स्वीकृत विक्रेताओं को नियमित आधार पर भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे कलपुर्जों की कमी हो रही है और विमान के संचालन के लिए आवश्यक एमईएल की बार-बार मांग की जा रही है।'
डीजीसीए ने कहा कि स्पाइसजेट एयरलाइन विमान नियम, 1937 की 11वीं अनुसूची और नियम 134 की शर्तों के तहत सुरक्षित, दक्ष और विश्वसनीय हवाई सेवाओं को सुनिश्चित करने में नाकाम रही है।
डीजीसीए के नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने ट्वीट किया, 'यहां तक कि सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा करने वाली छोटी से छोटी त्रुटि की भी गहन जांच की जाएगी और इसे ठीक किया जाएगा।'
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