नई दिल्ली। आज पूरे देश में धनतेरस (Dhanteras 2021) का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन सोना और चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। दिवाली (Diwali 2021) और धनतेरस पर कईं लोग निवेश करते हैं। सोने में निवेश करना सुरक्षित माना जाता है। इसलिए अगर आप भी इस धनतेरस पर सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। आप ना सिर्फ सुनार से, बल्कि और कई तरीकों से सोना खरीद सकते हैं। आइए जानते हैं इन सबके बारे में।
गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF)
गोल्ड ईटीएफ पेपर गोल्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। यह एक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड है, जिसका उद्देश्य घरेलू भौतिक सोने की कीमतों को ट्रैक करना है। इसे इलेक्ट्रॉनिक तरीके से खरीदकर डीमैट खाते में रखा जाता है। इसके तहत शुद्धता की गारंटी भी मिलती है। गोल्ड ईटीएफ की खरीदारी शेयरों की तरह ही होती है। ट्रेडिंग खाते के जरिए ही गोल्ड ईटीएफ को खरीदा या बेचा जाता है।
गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold Mutual Fund)
पिछले कुछ समय से गोल्ड म्यूचुअल फंड लोगों का सोने में निवेश के लिए पसंदीदा माध्यम बनता जा रहा है। गोल्ड म्यूचुअल फंड गोल्ड ईटीएफ का ही एक प्रकार है। ये ऐसी योजनाएं होती हैं, जो मुख्य रूप से गोल्ड ईटीएफ में निवेश करती हैं। यह ओपन-एंडेड निवेश प्रोडक्ट है। गोल्ड म्यूचुअल फंड में बिना डीमैट खाते (Demat Account) के भी निवेश किया जा सकता है।
डिजिटल गोल्ड (Digital Gold)
यदि आपको भी धनतेरस या दिवाली पर सोना खरीदना है, लेकिन आपके पास उसके लिए पैसे नहीं हैं, तो डिजिटल गोल्ड सबसे अच्छा विकल्प है। इसके जरिए आप इस त्योहारी सीजन में सिर्फ एक रुपये में भी सोना खरीद सकते हैं। डिजिटल गोल्ड को फिजिकली टच नहीं किया जा सकता। यह फिजिकल गोल्ड से बिल्कुल अलग है। इसमें सोने की शुद्धता की भी कोई चिंता नहीं होती। वर्तमान में कईं ऐसे मोबाइल वॉलेट प्लेटफॉर्म्स हैं जो ग्राहकों को डिजिटल गोल्ड की सुविधा देते हैं। आप इसे गूगल पे (Google Pay), पेटीएम (Paytm) और फोनपे से खरीद सकते हैं।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना (Sovereign Gold Bond Scheme)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के तहत केंद्र सरकार निवेशकों को समय-समय पर सस्ती दरों पर सोना खरीदने का मौका देती है। यह सरकारी योजना 25 अक्टूबर को खुली थी और इसमें 29 अक्टूबर 2021 तक निवेश कर सकते थे। योजना के तहत बॉन्ड दो नवंबर यानी आज जारी किए जाएंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें निवेशकों को सालाना 2.5 फीसदी ब्याज मिलता है। ब्याज टैक्स स्लैब के अनुरूप कर योग्य होता है, लेकिन इस पर स्रोत पर कर कटौती (TDS) नहीं होता। गोल्ड बॉन्ड भारत सरकार की तरफ से आरबीआई (RBI) द्वारा जारी किए जाते हैं।
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