Edible oil price today: सरसों, पाम तेल, सोयाबीन कीमतों में सुधार, 29 जुलाई का ताजा भाव

बिजनेस
भाषा
Updated Jul 29, 2020 | 19:44 IST

Edible oil rate today,29 July 2020 : वायदा कारोबार में सोयाबीन के अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से लगभग सात प्रतिशत नीचे है जिससे सोयाबीन और सोयाबीन तेल कीमतों में गिरावट का रुख है।

Edible oil price today, Mustard, palm, soybean improve due to domestic demand latest rates on 29 July 2020
सरसों, पाम तेल, सोयाबीन कीमतों में सुधार 
मुख्य बातें
  • विदेशों से पाम तेल और सोयाबीन के बढ़ते आयात से घरेलू उत्पादक किसान और उद्योग दबाव में हैं
  • देश में मूंगफली, सूरजमुखी और सोयाबीन का लाखों टन का स्टॉक पड़ा है
  • सस्ते आयात और मंडियों में भाव कम होने की वजह से खपाया नहीं जा सका है

Edible oil oilseed price today, 29 July 2020: घरेलू मांग बढ़ने और मंडी में किसानों द्वारा कम कीमत पर अपनी फसल नहीं बेचने के कारण स्थानीय तेल तिलहन बाजार में बुधवार को सरसों में सुधार देखने को मिला। लोगों में स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण सरसों तेल की मांग बढ़ी हैं। वहीं छोटे रेस्त्राओं और कारोबारी प्रतिष्ठानों में आयातित सस्ते तेलों की मांग बढ़ी है। बाजार सूत्रों का कहना है कि विदेशों से पाम तेल और सोयाबीन के बढ़ते आयात से घरेलू उत्पादक किसान और उद्योग दबाव में हैं। देश में मूंगफली, सूरजमुखी और सोयाबीन का लाखों टन का स्टॉक पड़ा है जो सस्ते आयात और मंडियों में भाव कम होने की वजह से खपाया नहीं जा सका है। वायदा कारोबार में सोयाबीन के अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से लगभग सात प्रतिशत नीचे है जिससे सोयाबीन और सोयाबीन तेल कीमतों में गिरावट का रुख है।

बाजार सूत्रों के अनुसार, सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसियेसन (सोपा) के चेयरमैन देविश जैन ने सोयाबीन तेल उद्योग की मौजूदा समस्या के बारे में वाणिज्य एव उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को पत्र भेजा है। सोयोबीन की आगामी बंपर फसल को देखते हुये सोपा ने सोयामील के निर्यात पर पांच प्रतिशत निर्यात सब्सिडी तुरंत बहाल करने और खाद्य तेलों के आयात को प्रतिबंधित करने का आग्रह किया है। सोपा ने विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) के पोर्टल पर इस साल अप्रैल से मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट फ्राम इंडिया स्कीम (एमईआईएस) दावों के आनलाइन पंजीकरण को बंद कर दिये जाने पर भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि सब्सिडी के निलंबन से भारत से सोयामील के भविष्य में होने वाले निर्यात पर असर पड़ सकता है।

तेल-तिलहन के बुधवार को बंद भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपए प्रति क्विंटल)

  1. सरसों तिलहन - 4,830- 4,890 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपए।
  2. मूंगफली दाना - 4,650 - 4,700 रुपए।
  3. वनस्पति घी- 965 - 1,070 रुपए प्रति टिन।
  4. मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 12,220 रुपए।
  5. मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,835- 1,885 रुपए प्रति टिन।
  6. सरसों तेल दादरी- 10,100 रुपए प्रति क्विंटल।
  7. सरसों पक्की घानी- 1,590 - 1,730 रुपए प्रति टिन।
  8. सरसों कच्ची घानी- 1,690 - 1,810 रुपए प्रति टिन।
  9. तिल मिल डिलिवरी तेल- 11,000 - 15,000 रुपए।
  10. सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 9,100 रुपए।
  11. सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 8,870 रुपए।
  12. सोयाबीन तेल डीगम- 8,050 रुपए।
  13. सीपीओ एक्स-कांडला-7,370 से 7,410 रुपए।
  14. बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 7,950 रुपए।
  15. पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 8,780 रुपए।
  16. पामोलीन कांडला- 8,000 रुपए (बिना जीएसटी के)।
  17. सोयाबीन तिलहन डिलिवरी भाव 3,625- 3,650 लूज में 3,360--3,425 रुपए।
  18. मक्का खल (सरिस्का) - 3,500 रुपए।

सोपा ने घरेलू तेल उत्पादकों के हित में विदेशों से सस्ते आयात को भी प्रतिबंधित करने का आग्रह किया है। संगठन ने कहा है कि इस जुलाई में सोयाबीन तेल का अयात अब तक के सर्वोच्च स्तर पांच लाख टन तक पहुंच गया है। संगठन ने घरेलू उत्पादन बढ़ाने और आयातित तेल की मात्रा कम करने के लिये इससे संबंधित पूरी नीति में रद्दोबदल करने पर जोर दिया है।

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