नई दिल्ली। भारत में जन्मी अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में सेवा करने वाली पहली महिला बनकर ट्रेंड को तोड़ा था। अब आईएमएफ ने उन्हें एक और बड़े सम्मान से नवाजा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने गीता गोपीनाथ की तस्वीर अपने पूर्व मुख्य अर्थशास्त्रियों की तस्वीर के साथ लगाई है। यह बेहद गर्व की बात है क्योंकि यह दर्जा प्राप्त करने वाली वह पहली महिला और दूसरी भारतीय हैं।
पहले रघुराम राजन को मिला था ये सम्मान
इससे पहले रघुराम राजन को भी यह सम्मान मिला था। रघुराम राजन साल 2003 और 2006 के बीच आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री और अनुसंधान निदेशक थे।
गोपीनाथ ने ट्विटर पर शेयर की तस्वीरें
उल्लेखनीय है कि गीता गोपीनाथ को अक्टूबर 2018 को आईएमएफ का मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त किया गया था। इसके बाद पिछले साल दिसंबर में उन्हें आईएमएफ के पहले उप प्रबंध निदेशक के रूप में पदोन्नत किया गया। इस मामले में उन्होंने ट्वीट किया कि, 'मैं IMF के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्रियों की दीवार पर लगी तस्वीरों में जगह पाने वालों में शामिल हुई।'
उप प्रबंध निदेशक के रूप में काम कर रही हैं गोपीनाथ
50 वर्षीय गीता गोपीनाथ ने साल 2019 और 2022 के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में कार्य किया है। मौजूदा समय में गोपीनाथ आईएमएफ के उप प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत हैं, इस पद पर वे 21 जनवरी 2022 से कार्यरत हैं।
आईएमएफ ने उन्हें 2014 में '45 से कम उम्र के शीर्ष 25 अर्थशास्त्रियों' में से एक का नाम दिया था। इसके साथ ही उन्हें 2011 में विश्व आर्थिक मंच द्वारा एक युवा वैश्विक नेता के रूप में चुना गया था। गोपीनाथ ने 2001 में प्रिंसटन विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में अपनी पीएचडी की डिग्री हासिल की है। उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मान से भी नवाजा गया है, जो भारत सरकार द्वारा प्रवासी भारतीयों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
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