Gita Gopinath news: अब ये अहम पद संभालेंगी भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ, 21 जनवरी से शुरू करेंगी काम

बिजनेस
डिंपल अलावाधी
Updated Dec 03, 2021 | 10:04 IST

Gita Gopinath news: भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ को आईएमएफ की फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया है। उन्होंने तीन साल के लिए आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में कार्य किया है।

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Gita Gopinath news: अब ये अहम पद संभालेंगी भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ अब खास भूमिका में नजर आएंगी।
  • IMF की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ को प्रमोशन मिला है।
  • गीतागोपीनाथ 21 जनवरी 2022 से नए पद की जिम्मेदारी संभालेंगी।

Gita Gopinath news: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) की मुख्य अर्थशास्त्री (chief economist) गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) अब आईएमएफ की पहली डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर (FDMD) होंगी। गीतागोपीनाथ 21 जनवरी 2022 से नए पद की जिम्मेदारी संभालेंगी।

गीता गोपीनाथ जेफ्री ओकामोटो (Geoffrey Okamoto) की जगह लेंगी, जो अगले साल की शुरुआत में आईएमएफ का पद छोड़ने जा रही हैं। गोपीनाथ जनवरी 2022 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अपनी शैक्षणिक स्थिति में लौटने वाली थीं। उन्होंने तीन साल के लिए आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में कार्य किया है।

आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि, 'जेफ्री और गीता दोनों अच्छे सहयोगी हैं, मैं जेफ्री को जाते हुए देखकर दुखी हूं, लेकिन साथ ही, मुझे खुशी है कि गीता ने हमारे एफडीएमडी के रूप में रहने और नई जिम्मेदारी स्वीकार करने का फैसला किया है।'

जॉर्जीवा ने कहा कि आईएमएफ में गोपीनाथ का योगदान पहले से ही असाधारण रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आईएमएफ के इतिहास में पहली महिला मुख्य अर्थशास्त्री गोपीनाथ ने व्यापक मुद्दों पर विश्लेषणात्मक रूप से कठोर काम करने में एक ट्रैक रिकॉर्ड के साथ सदस्य देशों और संस्थान में सम्मान और प्रशंसा प्राप्त की है।

गोपीनाथ के नेतृत्व में मजबूती से बढ़ा रिसर्च डिपार्टमेंट
गोपीनाथ के नेतृत्व में, आईएमएफ का रिसर्च डिपार्टमेंट मजबूती से आगे बढ़ा है। देशों को अंतरराष्ट्रीय पूंजी प्रवाह (integrated policy framework) का जवाब देने में मदद करने के लिए एक नए दृष्टिकोण, विश्व आर्थिक आउटलुक (World Economic Outlook) के माध्यम से बहुपक्षीय निगरानी में उनका योगदान रहा है। जॉर्जीवा ने कहा कि उन्होंने दुनिया को संभव कीमत पर टीकाकरण के लक्ष्य निर्धारित करके COVID​​​​-19 संकट को समाप्त करने की योजना पर भी काम किया।

गोपीनाथ ने कहा कि, 'मैं इस अवसर के लिए क्रिस्टालिना और बोर्ड की बहुत आभारी हूं, और इसलिए सभी के साथ मिलकर सहयोग करने के लिए तत्पर हूं।'

सातवीं सबसे शक्तिशाली महिला हैं गीता गोपीनाथ
मालूम हो कि फॉर्च्यून इंडिया (Fortune India) की भारत की सबसे शक्तिशाली महिलाओं, 2021 (Fortune India’s Most Powerful Women) की सूची के अनुसार गीता गोपीनाथ सातवीं सबसे शक्तिशाली महिला हैं। गीता गोपीनाथ अब अमेरिका की निवासी हैं, लेकिन उनका जन्‍म भारत में हुआ था। उन्‍होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से अर्थशास्त्र में ऑनर्स की पढ़ाई की है।

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