तेजी से फैलती बीमारियों ने और उनके इलाज के बढ़ते हुए खर्च ने एक कारगर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेना जरूरी बना दिया है। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी से इलाज खर्च की प्रतिपूर्ति (रिइम्बर्समेंट) के जरिए आपको चिकित्सा संबंधी आपातस्थितियों (एमरजेंसी) का सामना करने में मदद मिलती है, और अस्पताल के बहुत अधिक बिलों का भुगतान करने के लिए आपको अपनी सम्पत्ति की हानि नहीं उठानी पड़ती है। लेकिन, एक ऐसा प्रश्न जो लोगो को हमेशा उलझन में डाल देता है वह है कि सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजना को कैसे चुना जाए, खास करके जब अनेक किस्म की योजनाएं उपलब्ध हैं।
फीचर्स, लिमिटेशन, इन्क्लूजन और पॉलिसी टाइप की जांच करना एक कठिन काम साबित हो सकता है। इस तरह की समय से कमी से बचने के लिए, कई लोग ऐसी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी को खरीद लेते हैं, जिनका ब्यौरा उन्हें पता ही नहीं होता और बाद में यह बात उनके लिए परेशानी का कारण बन जाती है। नीचे कुछ उपयोगी टिप्स बताएं गए हैं जिनसे आपको सही स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी को चुनने में मदद मिल सकती है:-
जब आप हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को चुनने का फैसला करते हैं, तो आपको सबसे पहले अपने और अपने परिवार की स्वस्थ्य जरूरतों का मूल्यांकन करना चाहिए। भविष्य में संभावित स्वास्थ्य जरूरतों पर विचार करने के बाद, आपको ऐसी स्वास्थ्य बीमा योजना या हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को चुनना चाहिए जिससे विभिन्न मेडिकल समस्याओं के लिए अधिक से अधिक कवरेज मिल सकता है। आप ऐसी स्वास्थ्य बीमा योजना चुन सकते हैं जिसमें आपकी सुरक्षा संबंधी जरूरतों के अनुसार, आपातकालीन ट्रांसपोर्टेशन, डेकेयर खर्च, अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद की कवरेज, क्रिटिकल बीमारी सुरक्षा आदि मिलती है। अगर आप अपने परिवार के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना खरीद रहे हैं, तो तय कर लें कि पॉलिसी में परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए जरूरी कवर प्रदान किया जाता है। इस बात की हमेशा से ही सलाह दी जाती है कि ऐसी पॉलिसी खरीदनी चाहिए जिससे, अगर आप शहर में रहते हैं, तो कम से कम 5 से 7 लाख रुपये तक की कुल बीमा राशि मिलती है।
यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप ऐसे इंश्योरेंस कपनी (बीमाकर्ता) को चुने हैं जिसका क्लेम सेटलमेंट अनुपात सबसे ज्यादा हो। इंश्योरेंस कंपनी द्वारा प्राप्त कुल दावों की संख्या की सेटल किए गए दावों की संख्या के साथ तुलना करना क्लेम सेटलमेंट अनुपात कहलाता है। अगर क्लेम सेटलमेंट अनुपात कम है, तो दावा करने की स्थिति में आपको पैसा मिलने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। ज्यादा क्लेम सेटलमेंट अनुपात यह दर्शाता है कि क्लेम की प्रोसेस शीघ्र और बिना किसी परेशानी के होगी।
कैशलेस सर्विस से यह सुनिश्चित किया जाता है कि आपको अपनी जेब से बिल का भुगतान नहीं करना होगा। बीमा कंपनी द्वारा अस्पताल के बिल को सेटल किया जाएगा। हालांकि अधिकांश कंपनियों द्वारा कैशलेस सेवा प्रदान की जाती है, लेकिन सभी अस्पतालों को उनके नेटवर्क में शामिल नहीं किया जाता है। इसलिए, आपको उन अस्पतालों की जांच कर लेनी चाहिए जिन्हें इस सर्विस में शामिल किया गया है और सुनिश्चित करें कि आपके घर के आसपास के बड़े अस्पतालों को इसमें शामिल किया गया है। यह बात नोट करने योग्य है कि अनेक बीमाकर्ता नॉन-मेम्बर अस्पतालों में भी उपचार कवरेज प्रदान करते हैं, लेकिन ऐसा नियमों और शर्तों के अधीन प्रतिपूर्ति (रिइम्बर्सेमेंट) के आधार पर किया जाता है।
स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों की तुलना ऑनलाइन की जा सकती है। इससे आपको अपनी जरूरतों के मुताबिक बीमा पॉलिसी को चुनने में मदद मिल सकती है। आप अनेक थर्ट पॉर्टी वेबसाइट्स पर स्वास्थ्य बीमा रेट की तुलना कर सकते हैं। संबंधित ब्यौरा दर्ज करने पर, भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम की जानकारी मिल जाती है।
आजीवन नवीकरण (लाइफटाइम रिन्यूवेबिलिटी) एक महत्वपूर्ण फैक्टर होता है जिस पर जरूर विचार किया जाना चाहिए। आपको यह जांच कर लेनी चाहिए कि वह पॉलिसी कितने वर्षों के लिए मान्य है। आजीवन नवीकरण (लाइफटाइम रिन्यूवेबिलिटी) का विकल्प चुनने से, आप आयु सीमा को पार करने के बाद भी उसी प्लान को जारी रख पाएंगे।
अगर आप अपने परिवार को कवर प्रदान करना चाहते हैं, तो फैमिली हैल्थ प्लान को चुनें। फैमिली हैल्थ प्लान, कम कीमत पर (अफोर्डेबल प्राइस) पर अधिक से अधिक लाभों के साथ चुना जा सकता है।
हालांकि कम प्रीमियम पर (अफोर्डेबल प्रीमियम) अपनी मर्जी की कुल बीमा राशि वाली पॉलिसी प्राप्त करना हमेशा लाभदायक साबित होता है, लेकिन प्लान को चुनते समय सिर्फ पॉलिसी की लागत पर ही विचार नहीं करना चाहिए। आपको अपने लिए सही चयन करने के लिए प्रीमियम की लागत के अलावा, अन्य महत्वपूर्ण बातों पर भी विचार करना चाहिए जैसे बीमाकर्ता का क्लेम सेटलमेंट अनुपात, पॉलिसी फीचर्स और लाभ, व्यापक (कम्प्रेहेंसिव) सुरक्षा आदि।
अगर पॉलिसी वर्ष के दौरान कोई क्लेम नहीं किया जाता है, तो कई बीमाकर्ता फिक्स्ड नो-क्लेम बोनस प्रदान करते हैं। इस एनसीबी को बिना किसी अतिरिक्त लागत के अगले पॉलिसी वर्ष की कुल बीमा राशि में जोड़ दिया जाता है। एनसीबी सुविधा, आपकी सुरक्षा की सीमा को बढ़ाने का बहुत ही अच्छा तरीका है, और इसलिए, इस पर मेडिकल पॉलिसी लेते समय जरूर विचार किया जाना चाहिए।
आपको अन्य महत्वपूर्ण राइडर्स पर भी विचार करना चाहिए जैसे पहले से ही मौजूद (प्री-एग्जिस्टिंग) चिकित्सा दशाओं के लिए वेटिंग पीयरड (प्रतीक्षा अवधि), कवर किए गए उपचारों में इंक्लूजन और एक्सक्लूजन की सूची, नॉन-मेम्बर अस्पतालों में उपचार के लिए रिइम्बर्समेंट, नो क्लेम प्रतिशत (कुल बीमा राशि का) और सीमा, अनिवार्य चिकित्सा जांच आदि।
जब आप स्वास्थ्य बीमा योजना खरीदते हैं, तो आप ऊपर लिखे गए टिप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको सही फैसला करने और यह तय करने में मदद मिलेगी कि दावा प्रक्रिया (क्लेम प्रोसेस) में कोई परेशानी नहीं होती है।
इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
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