आंकड़े जारी: जून तिमाही में इतना रहा राजकोषीय घाटा, पिछले महीने कोर सेक्टर आउटपुट में वृद्धि

बिजनेस
डिंपल अलावाधी
Updated Jul 29, 2022 | 18:01 IST

India Fiscal Deficit: पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा था कि भारत का लक्ष्य पिछले वित्तीय वर्ष में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 6.7 फीसदी से घटाकर 6.4 फीसदी करने का होगा।

Government data released fiscal deficit for the April to June quarter
कोर सेक्टर आउटपुट में हुई वृद्धि, इतना रहा राजकोषीय घाटा  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • जून में टैक्स आय 2.1 लाख करोड़ से बढ़कर 2.47 लाख करोड़ रही।
  • पिछले महीने सालाना आधार पर कैपेक्स 48500 करोड़ के बढ़कर 68000 करोड़ पर पहुंच गया।
  • जून में स्पेंडिंग भी बढ़कर 3.62 लाख करोड़ रुपये रही।

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने वित्तीय घाटे (Fiscal Deficit) के आंकड़े जारी कर दिए हैं। अप्रैल से जून की अवधि के दौरान भारत का राजकोषीय घाटा 3.52 मिलियन रुपये या वार्षिक अनुमान का 21.2 फीसदी रहा। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 18.2 फीसदी था। कुल प्राप्तियां 5.96 ट्रिलियन रुपये (बजटीय लक्ष्य का 26.1 फीसदी) रही, जबकि जून में समाप्त तिमाही के दौरान कुल व्यय 9.48 ट्रिलियन रुपये (बजट लक्ष्य का 24 फीसदी) था।

राजस्व प्राप्तियां 5.68 ट्रिलियन रुपये थी, जिसमें से टैक्स रेवेन्यू 5.06 ट्रिलियन रुपये और नॉन टैक्स रेवेन्यू 621.60 अरब रुपये था। राजस्व घाटा 2.05 लाख करोड़ रुपये था। पिछले महीने की बात करें, तो जून में वित्तीय घाटा 1.51 लाख करोड़ से घटकर 1.48 लाख करोड़ हो गया। इस दौरान जून में रेवेन्यू स्पेडिंग 7.1 लाख करोड़ से बढ़कर 7.72 लाख करोड़ हो गई।

New Rules From 1 August 2022: कृपया ध्यान दें! देश में होने वाले हैं ये बड़े बदलाव, आपकी जेब पर होगा असर

सिर्फ इस सेक्टर में आया संकुचन
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों (Core sector output) की वृद्धि जून में 12.7 फीसदी बढ़ी, जो एक साल पहले की अवधि में 9.4 फीसदी थी। पिछले महीने आठ प्रमुख क्षेत्रों में वार्षिक आधार पर 18.1 फीसदी का विस्तार हुआ था। सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कोयला, सीमेंट, बिजली, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात और नैचुरल गैस इंडस्ट्रीज का उत्पादन जून में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में बढ़ा है। क्रूड ऑयल एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जिसमें संकुचन देखा गया।

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर