नई दिल्ली : केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने मंगलवार को विद्युत सेक्टर में ‘ग्रीन टर्म अहेड मार्केट’ (जीटीएएम) की शुरुआत की। इस कदम से नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भागीदारी बढ़ेगी और क्षमता वृद्धि लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। जीटीएएम एक वैकल्पिक मॉडल है जिसका मकसद नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादकों को बिना दीर्घकालीन बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के खुले बाजार में बिजली बेचने की सुविधा उपलब्ध कराना है।
नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे सिंह ने कहा कि जीटीएएम प्लेटफॉर्म की शुरुआत नवीकरणीय ऊर्जा (आरई)-समृद्ध राज्यों पर बोझ कम करेगी और अपने आरपीओ (नवीकरणीय ऊर्जा खरीद बाध्यता) से आरई क्षमता को और अधिक विकसित करने के लिए उन्हें रियायत देकर प्रोत्साहित करेगी। यह आरई कारोबारी क्षमता संवर्धन को बढ़ावा देगा और देश के आरई क्षमता वृद्धि के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के बयान के अनुसार मंत्री ने कहा कि जीटीएएम प्लेटफॉर्म नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में प्रतिभागियों की संख्या में वृद्धि करेगा। यह प्रतिस्पर्धी कीमतों तथा पारदर्शी और लचीली खरीद के माध्यम से आरई के खरीदारों को लाभान्वित करेगा। इस पहल से नवीकरणीय ऊर्जा विक्रेताओं को भी लाभ होगा।
सरकार ने 2022 तक नवीकरणीय ऊर्जा में 1,75,000 मेगावाट उतपादन क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है, जिससे हरित ऊर्जा का पूरे देश में विस्तार हो रहा है। ग्रीन टर्म अहेड मार्केट अनुबंधों से आरई उत्पादकों को नवीकरणीय ऊर्जा बेचने के लिए अतिरिक्त अवसर प्राप्त होंगे। संस्थान अपने नवीकरणीय खरीद दायित्व को पूरा करने के लिए प्रतिस्पर्धी कीमतों पर नवीकरणीय बिजली प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
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